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शरीर को सुचारू रूप से कार्य करने के लिए लिवर का स्वास्थ होना बहुत जरूरी है। लिवर हमारे शरीर के विभिन्न कार्यों में सहायता करता है। यह खाना पचाने से लेकर भोजन और पेय पदार्थों को ऊर्जा में परिवर्तित करने तक सभी कार्य करता है। यह आपके खून से विषाक्त पदार्थों को निकालता है, रक्त संचार नियंत्रित करता है और शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। आइए जानते हैं, लिवर फेलियर क्या है, लिवर फेलियोर के लक्षण क्या है, लिवर फेल कब होता है, इत्यादि।
क्या आप अपने आप को थका हुआ या कमजोर महसूस कर रहे हैं, त्वचा पर पीलापन नजर आ रहा है, यह लक्षण लिवर फेलियर के संकेत हो सकते हैं। लिवर फेलियर तब माना जाता है जब आपके लिवर का कोई बड़ा भाग काम करना बंद कर देता है और उसका इलाज असंभव होता है। लिवर का खराब होना एक आपातकालीन स्थिती है और ऐसे में तत्काल प्रभाव से इलाज की आवश्यक्ता होती है। वैसे लिवर अचानक खराब नहीं होता है, यह कई सालों में धीरे-धीरे खराब होता है। हालंकि, अचानक से लिवर फेल होना एक असामान्य घटना है, जिसमें लिवर तेजी से खराब होता है और शुरुआत में हमें पता नहीं चल पाता है।
लिवर फेलियर दो प्रकार के होते हैं:-
एक्यूट लिवर फेलियर - एक्यूट लिवर फेलियर की स्थिति में लिवर तेजी से प्रभावित होता है। इसमें लिवर कुछ दिन या कुछ सप्ताह में खराब हो सकता है। यह स्थिति अचानक हो सकती है इसमें बिना किसी लक्षणों का अनुभव किए लिवर की क्षति हो सकती है। यह ड्रग्स का जयादा उपयोग, मशरूम के विषाक्तता इत्यादि के कारण हो सकता है।
क्रोनिक लिवर फेलियर - क्रोनिक लिवर फेलियर में लिवर बहुत धीरे-धीरे प्रभावित होता है। इसके लक्षणों का पता चलने में कई महिने या कई साल लग सकते हैं। क्रोनिक लिवर फेलियर अक्सर सिरोसिस के कारण होता है, यह लम्बे समय तक शराब के सेवन से होता है।
लिवर खराब होने के लक्षण निम्नलिखित है:-
यह लक्षण कई दूसरी समस्याओं के कारण भी हो सकते हैं। और इसके कारण लिवर की परेशानी का निदान करने में कठिनाई हो सकती है। कई मामलों में इसके कोई लक्षण नहीं होते हैं, जब तक की यह दयनीय स्थिति में नहीं पहुंच जाता है।
लिवर खराब होने के कई कारण हो सकते है। इसके सामान्य कारण निम्नलिखित है:-
लिवर खराब होने का इलाज लिवर की गंभीर स्थिति को देखते हुए किया जा सकता है। लिवर फेलियर का इलाज निम्नलिखइत है:-
शरीर को चलाने के लिए लिवर बहुत महत्वपूर्ण अंग है। यह शरीर से खाद्य और पेय पदार्थों को ऊर्जा में बदलती है। लिवर फेलियर होता है जब लिवर का कोई बड़ा भाग काम करना बंद कर देता है और उसका इलाज संभव नहीं होता है। लिवर फेलियर दो प्रकार के होते हैं, एक्यूट लिवर फेलियर और क्रोनिक लिवर फेलियर। एक्यूट में लिवर अचानक किसी स्थिति में खराब होता है और क्रोनिक में लिवर धीरे-धीर काफी समय बाद खराब होता है।
लिवर खराब होने के लक्षण में भूख न लगना, थकान, पीलिया, एडिमा, इत्यादि है। लिवर फेलियर के कारण में वायरल हेपेटाइटिस, अल्कॉहल, फैटी लिवर, ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस, इत्यादि है। लिवर फेलियर के इलाज में लिवर ट्रांसप्लांट, दवाएं, सर्जरी इत्यादि शामिल है। इससे अलग बात करें, तो खान-पान की खराब आदतों से कई सारी बीमारियां जुड़ी है। खराब जीवनशैली और खराब डाइट दोनों ही बीमारियों के प्रमुख कारण है।
आज के समय में बीमारियां किसी को भी हो सकती है और समय से लिया गया स्वास्थ्य बीमा आपके लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है। स्वास्थ्य बीमा आपको बीमारी से लड़ने में वित्तीय रूप से मदद करता है साथ ही कई सारी स्वास्थ्य सुविधाएं भी प्रदान करता है। आप केयर हेल्थ के क्रिटिकल इलनेस प्लान (Critical Illness Plan) को ले सकते हैं, जहां आपको कुल 32 से ज्यादा बीमारियों के लिए स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है।
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डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ उद्देश्यों के लिए है। सही चिकित्सीय सलाह के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। स्वास्थ्य बीमा लाभ पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने पॉलिसी दस्तावेज़ पढ़ें।
Published on 11 Dec 2024
Published on 11 Dec 2024
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Published on 10 Dec 2024
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