Subscribe to get weekly insights
Always stay up to date with our newest articles sent direct to your inbox
Published on 27 Jan, 2025
Updated on 10 Mar, 2025
342 Views
3 min Read
Written by Vipul Tiwary
favorite4Likes
एवियन इन्फ्लुएंजा को बर्ड फ्लू भी कहा जाता है, जो पक्षियों में होने वाली एक वायरल बीमारी है। यह बीमारी पक्षियों के अलावा दूसरे जानवरों को भी हो सकती है और कभी-कभी यह इंसानों को भी प्रभावित कर सकती है। एवियन इन्फ्लुएंजा में कई अलग अलग तरह के स्ट्रेन हैं, जिनमें से कुछ मनुष्यों के लिए घातक हो सकते हैं। वैसे हम बतादें कि बर्ड फ्लू के बहुत सारे स्ट्रेन लोगों को संक्रमित नहीं करते हैं लेकिन कुछ ऐसे हैं जैसे- H5N1, H5N6, H5N8 और H7N9 जिसने लोगों को परेशानी में डाल दिया है। हाल ही में इस वायरस से अमेरिका में एक रोगी की मौत हुई है, जिसका कारण एवियन इन्फ्लूएंजा ए था, जो बर्ड फ्लू से होने वाली पहली मौत है। आइए जानते हैं, H5N1 बर्ड फ्लू क्या है, H5N1 बर्ड फ्लू वायरस के लक्षण, कारण और बचाव, इत्यादि।
H5N1 बर्ड फ्लू एक तरह का इन्फ्लूएंजा वायरस है, जो वायरल संक्रमण का कारण बनता है। यह आमतौर पर पक्षियों में होता है लेकिन अब यह मनुष्यों को भी अपना शिकार बनाने लगा है। H5N1 स्ट्रेन, इन्फ्लूएंजा ए वायरस का एक सबटाइप है, जो लोगों में बर्ड फ्लू का सबसे सामान्य रूप है। इस संक्रमण के मामले उन लोगों में ज्यादा देखने को मिलते हैं, जो संक्रमित पक्षियों के संपर्क में रहे होते हैं।
यदि H5N1 मनुष्यों में देखने को मिलते हैं तो निम्नलिखित गंभीर लक्षण देखने को मिल सकते हैं:-
H5N1 बर्ड फ्लू वायरस जंगली पक्षियों में पाए जाते हैं। यह पोल्ट्री फार्म या पालतू जानवर या पक्षियों में भी आसानी से फैल सकते हैं। यह वायरस संक्रमित पक्षी या जानवर के मुंह, नाक, मल, इत्यादि के निकट संपर्क के जरिए लोगों में फैल सकते हैं। वायरस से संक्रमित पोल्ट्री के पक्षी के अंडे या मांस को कच्चा खाने से बचना चाहिए, क्योंकि उच्च तापमान पर पकाने के बाद ही उसे सुरक्षित माना जाता है।
HMPV वायरस से बचने के उपाय निम्नलिखित है:-
बर्ड फ्लू के इलाज के लिए कुछ दवाएं दी जाती है और साथ में निकट संपर्क वाले व्यक्तियों के लिए एंटीवायरल दवाएं दी जाती है। जिससे कि वो बिमार होने से पहले ही उनको बचाया जा सके। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति को और घर के अन्य सदस्यों को थोड़ा अलग रखा जाता है ताकि संक्रमण न फैले। संक्रमण से बचने के अन्य उपाय निम्नलिखित हैं:-
बर्ड फ्लू, जैसा की नाम से ही पता चलता है, पक्षियों में होने वाली बीमारी है। इसके लक्षण में खांसी, खराश, जोड़ों, हड्डियों और छाती में दर्द, तेज बुखार, सिर दर्द, पेट दर्द, सांस लेने में तकलीफ, इत्यादि है। इससे बचाव के लिए समय समय पर हाथों को साबुन से धोते रहें, सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें, पशु-पक्षियों के निकट संपर्क से बचें, हाइजीन मेंटेन रेखें, इत्यादि। यदि आपको संक्रमण का खतरा महसूस होता है तो ऑवर द काउंटर दवाओं का प्रयोग करें और डॉक्टर को दिखाएं।
इन सबसे हट कर यदि हम बात करें तो आज के समय में आपको अपना स्वास्थ्य बीमा कराना भी बहुत जरूरी है। यह आपको बीमारी के मुश्किल घड़ी में इलाज के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है। गंभीर बीमारियों के इलाज में स्वास्थ्य बीमा आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। यह आपको प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाजेशन, एंबुलेंस कवर, डे केयर ट्रीटमेंट, वार्षिक स्वास्थ्य जांच जैसी कई स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करता है, जिससे आपको महंगे इलाज के लिए ऋण लेने की जरूरत नहीं पड़ती है। इसके लिए आप केयर हेल्थ के सामान्य हेल्थ इंश्योरेंस प्लान (Health Insurance Policy) को खरीद सकते हैं और इन तमाम सुविधाओं के साथ और भी कई स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ उद्देश्यों के लिए है। सही चिकित्सीय सलाह के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। स्वास्थ्य बीमा लाभ पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने पॉलिसी दस्तावेज़ पढ़ें।
शुगर कंट्रोल कैसे करे? जानें, डायबिटीज में क्या खाना चाहिए Vipul Tiwary in Health & Wellness
Thyroid : मामूली नहीं हैं महिलाओं में थायराइड होना, जानें इसके लक्षण और घरेलू उपचार Vipul Tiwary in Diseases
हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करें? देखें इसके उपाय Vipul Tiwary in Diseases
प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण, कारण और इलाज क्या है Vipul Tiwary in Diseases
जल्दी वजन कम करने के उपाय क्या है? Vipul Tiwary in Home Remedies
सूजन या एडिमा के लक्षण, कारण और इलाज Vipul Tiwary in Diseases
Nas Chadna : नस पर नस चढ़ने के कारण, लक्षण और बचने के उपाय Vipul Tiwary in Home Remedies
खून की उल्टी: लक्षण, कारण, टेस्ट और उपचार Vipul Tiwary in Diseases