यह आम बात है की हम अपने फेफड़े के बारे में तब तक नहीं सोचते जब तक की सांस की बीमारी का पता नहीं चलता। हालांकि, वे हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंग हैं जो हमें जीवित रखते हैं। इसलिए, साँस की बीमारी (श्वसन रोग) से बचने के लिए फेफड़ों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना उचित है। फेफड़े के कैंसर, अस्थमा, और सीओपीडी जैसी गंभीर बीमारियों से बचना मुश्किल है। लेकिन, जीवनशैली, खान-पान, दिनचर्या में कुछ बदलाव और स्वास्थ्य बीमा आपको सामान्य जीवन जीने में मदद कर सकते हैं। यदि आप भी फेफड़ों के किसी रोग से त्रस्त हैं तो इन महत्वपूर्ण बातों पर अमल कर अपनी ज़िंदगी को आसान बना सकते हैं। लकिन आइये इससे पहले जानते हैं क्या होती है साँस की बीमारी और इसके लक्षण?
जब आपके श्वसन पथ यानी- एल्वियोली, ब्रोन्ची, ट्रेकिआ, ब्रोन्किओल्स, प्लुर और श्वास की तंत्रिकाएं और मासपेशियां में विभिन्न प्रकार की रोगजनक स्थितियां हो जाती हैं। तब ये श्वसन तंत्र को प्रभावित करती हैं जिससे सांस रोग होता है। सांस रोग आपके ऊपरी और निचले श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। यह साइनस से शुरू होकर आपके वोकल कॉर्ड्स और फेफड़ों को प्रभावित करता है। फेफड़े का कैंसर, अस्थमा, तपेदिक, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज(COPD), वातस्फीति, ब्रोंकाइटिस, पुल्मनरी फाइब्रोसिस और सारकॉइडोसिस साँस की प्रमुख बीमारियाँ हैं।
>>जाने: क्या है हेल्थ इन्शुरन्स और यह महत्वपूर्ण क्यों है?
सांस संबंधित रोगियों में विभिं लक्षण पाए जाते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख लक्षण हैं:
सांस संबंधी रोगों की रोकथाम के लिए रखें इन बातों का खास ख़याल:
>>जाने: कैसे चुने सांस की बीमारी के लिए सही स्वास्थ्य बीमा?
रोकथाम इलाज से हमेशा बेहतर होता है। समय से किए गये बचाव से ख़तरनाक होती सांस की बीमारियों को रोका जा सकता है। केयर हेल्थ इंश्योरेंस आपको और आपके परिवार के लिए दे रहा है स्वास्थ्य बीमा उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला। ये स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी आपको देती हैं कम प्रीमियम के साथ अधिकतम कवरेज। ये हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी (Health Insurance Policy) आपकी बीमारियों के उपचार लागतों को कवर करती हैं। ताकि आपको अपनी सेविंग्स को अपने इलाज के लिए ना खर्च करना पड़े और बेहतर एलाज़ प्राप्त कर अपने और अपनो के जीवन को नयी आशाएँ दे सकें।
डिस्क्लेमर: सांस संबंधी रोगों के दावों की पूर्ति पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन है।
Published on 23 Mar 2023
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