Subscribe to get weekly insights
Always stay up to date with our newest articles sent direct to your inbox
Published on 27 Jun, 2025
Updated on 2 Aug, 2025
3239 Views
6 min Read
Written by Vipul Tiwary
favorite3Likes
जिस तरह स्वस्थ शरीर के लिए दिमाग का सही रहना बहुत जरूरी है, ठीक उसी प्रकार दिल का भी सही होना बहुत जरूरी है। इसलिए कहते है कि जीवन का कोई भी बड़ा फैसला दिल और दिमाग दोनों से लिया जाना चाहिए। एक स्वस्थ्य हृदय एक मिनट में लगभग 5 लीटर ब्लड पंप करता है। ऐसे यह ब्लड के द्वारा शरीर के सभी अंगों में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को पहुंचता है, जिसकी वजह से शरीर के सभी अंग अपने काम अच्छे से कर पाते हैं। लेकिन थोड़ा सोचिए, ऐसे में दिल की धड़कन यदि धीरे चलने लगे या अचानक रुक जाए, तो क्या होगा? आइए जानते हैं, हार्ट ब्लॉकेज क्या है, हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण, कारण और इलाज, इत्यादि।
हार्ट ब्लॉकेज जिसे दिल की धड़कन का रुकना भी कहा जा सकता है, यह एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। शरीर के अंगों को सही से काम करने के लिए ऑक्सीजन और पोषक-तत्वों की जरूरत होती है, जो ब्लड के द्वारा अंगों तक पहुंचाया जाता है। हार्ट एक पंप की तरह काम करता है, जो शरीर के सभी अंगों तक ब्लड को पंप करता है।
लेकिन हार्ट को स्वयं भी ब्लड की जरूरत होती है और यह ब्लड कोरोनरी आर्टरी नाम की नसों के द्वारा हार्ट तक पहुंचता है। जब इन नसों के अंदर कोलेस्ट्रॉल, वसा या चर्बी जमने लगती है तब यह नालियां धीरे-धीरे शंकरा या संकुचित हो जाती है या बंद हो जाती है और खून का सप्लाई सही ढंग के नहीं हो पाता है, इसे ही हार्ट ब्लॉकेज के नाम से जानते हैं।
हार्ट ब्लॉकेज को मुख्य रूप से दो तरह से समझा जा सकता है:-
यह स्थिति तब होती है जब हार्ट को ब्लड पहुंचाने वाली नालियों में कोलेस्ट्रॉल, फैटी इत्यादि पदार्थ जमा हो जाते हैं। इसके निम्नलिखित प्रकार के होते हैं:-
हार्ट ब्लॉक की समस्या जन्म से भी मौजूद हो सकती है, लेकिन यह अक्सर जन्म के बाद पैदा होती है। इसमें हार्ट डिजीज और उम्र के साथ ब्लॉकेज का खतरा बढ़ जाता है। इसे तीन भागों में बांटा गया है।
हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण क्या है? कई बार सामान्य लग सकते हैं, लेकिन यह जानलेवा साबित हो सकते हैं। इसके लक्षण इस बात पर भी निर्भर करता है कि ब्लॉकेज किसी स्थान पर और कितना है। हार्ट ब्लॉकेज के सामान्य लक्षण निम्नलिखित है:-
क्रोनरी आर्टरी में प्लाक जमने से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या होती है। हार्ट ब्लॉकेज के मुख्य कारण निम्नलिखित है:-
हार्ट ब्लॉकेज टेस्ट नाम क्या है? हार्ट ब्लॉकेज के निदान में यह पता किया जाता है कि क्रोनरी आर्टरीज में कहां, कितना और किस तरह का ब्लॉकेज है। हार्ट ब्लॉकेज का निदान निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है, हार्ट ब्लॉकेज टेस्ट नाम:-
हार्ट ब्लॉक ट्रीटमेंट हार्ट मरीज के उम्र, ब्लॉकेज की स्थिति और प्रकार के आधार पर निर्धारित किया जाता है। इसके इलाज के लिए दवाएं, एंजियोप्लास्टी या बायपास सर्जरी किया जा सकता है:-
हार्ट ब्लॉकेज की समस्याओं से उबरने के लिए आपका सही आहार और हेल्दी लाइफ स्टाइल बहुत ज्यादा जरूरी होता है। हांलाकि नसों में हुई इन ब्लॉकेज को केवल खाने-पीने में बदलाव करके ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन जरूरी आहार लेने से ब्लॉकेज को रोककर हृदय को स्वस्थ रखा जा सकता है। हार्ट ब्लॉकेज को खोलने के लिए निम्नलिखित खाद्य पदार्थ बहुत ज्यादा सहायक होते हैं:-
>> जाने : हृदय रोग के मुख्य कारण और उसके लक्षण क्या है?
सही जीवनयापन के लिए दिलोदिमाग का सही होना बहुत जरूरी है। दिल जो पूरे शरीर के अंगों तक खून के जरिए ऑक्सीजन और पोषक-तत्वों की आपूर्ती करता है, इसमें थोड़ी सी भी गड़बड़ी आपके लिए जानलेवा साबित हो सकती है। हार्ट ब्लॉकेज एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, इसमें हृदय की धमनियों में किसी कारणवस रुकावट आ जाती है और ब्लड फ्लो सही से नहीं हो पाता है। ऐसे में हार्ट में पर्याप्त मात्रा में खून नहीं पहुंच पाता है, जिसकी वजह से हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है।
हार्ट ब्लॉकेज को सही समय पर पहचान कर बेहतर इलाज के द्वारा इसे नियंत्रित किया जा सकता है। लेकिन इसका इलाज इतना भी आसान नहीं है। इसमें लाखों रुपए खर्च हो सकते हैं जो कि एक आम साधारण जीवन व्यतीत करने वाले लोगों के लिए बहुत बड़ी रकम हो सकती है। इसलिए ऐसे में हार्ट ब्लॉकेज जैसी गंभीर दिल की बीमारियों को स्वास्थ्य बीमा से जोड़ना एक बेहतर कदम हो सकता है। यहां आपको हृदय के बेहतर इलाज के लिए अस्पताल और खर्च के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं होती है, क्योंकि इन मामलों में स्वास्थ्य बीमा बीमारियों के लिए नेटवर्क हॉस्पिटल में कैशलेस कवरेज भी प्रदान करते हैं।
हृदय से जुड़ी गंभीर बीमारियों के लिए आप केयर हेल्थ के हार्ट मेडिक्लेम पॉलिसी को खरीद सकते हैं। इसमें आपको इन-पेशेंट केयर सुविधा यानी यदि आप 24 घंटे से ज्यादा समय तक अस्पताल में भर्ती होते हैं तो बीमा कंपनी कवरेज प्रदान करती है, डे-केयर ट्रीटमेंट मेडिक्लेम पॉलिसी के तहत कई हृदय रोगों को डे-केयर में भी कवर किया जाता है, प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन यानी अस्पताल में भर्ती होने के 30 दिन पहले और अस्पताल से डिस्चार्ज होने के 60 दिन बाद तक के लिए कवरेज प्रदान किया जाता है, एंबुलेंस कवर, इत्यादि जैसी कई सारी स्वास्थ्य सुविधाएं आपको प्रदान की जाती है।
डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ उद्देश्यों के लिए है। सही चिकित्सीय सलाह के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। स्वास्थ्य बीमा लाभ पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने पॉलिसी दस्तावेज़ पढ़ें।
शुगर कंट्रोल कैसे करे? जानें, डायबिटीज में क्या खाना चाहिए Vipul Tiwary in Health & Wellness
Thyroid : मामूली नहीं हैं महिलाओं में थायराइड होना, जानें इसके लक्षण और घरेलू उपचार Vipul Tiwary in Diseases
हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करें? देखें इसके उपाय Vipul Tiwary in Diseases
प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण, कारण और इलाज क्या है Vipul Tiwary in Diseases
Struggling with Back Discomfort? Time to Rule Out Lumbar Lordosis Jagriti Chakraborty in Diseases
Decode Chikungunya Disease Before it Spreads Jagriti Chakraborty in Diseases
7 Hidden Benefits of Lemongrass You Cannot Afford to Miss Jagriti Chakraborty in Diet & Nutrition
Feeling Drained? Know the Symptoms of Caregiver Burnout Jagriti Chakraborty in Diseases