Subscribe to get weekly insights
Always stay up to date with our newest articles sent direct to your inbox
Published on 24 May, 2023
Updated on 9 Apr, 2025
32188 Views
6 min Read
Written by Vipul Tiwary
favorite2Likes
सदियों पहले से जामुन का उपयोग, आयुर्वेद में उपचार के लिए किया जाता है। इसे चिकित्सा दृष्टी से भी बहुत फायदेमंद फल माना जाता है। आयुर्वेद की कई दवाओं में जामुन के बीज, फल, पत्ते, छाल आदि का उपयोग किया जाता है। यह मधुमेह रोगी के लिए बहुत लाभकारी होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, जामुन खाने के बाद जिन गुठलियों को हम फेंक देते हैं, वो मधुमेह रोगियों के लिए कितना उपयोगी है। आज इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि, खाने के अलावा जामुन का उपयोग क्या है, कैसे जामुन के गुठली से डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है, शुगर में जामुन चूर्ण के फायदे, शुगर को जड़ से खत्म करने के उपाय क्या है, इत्यादि।
डायबिटीज एक चयापचय विकार है। जिसमें शरीर के ब्लड में ग्लूकोज का स्तर बहुत ज्यादा हो जाता है। यह जीवन भर रहने वाली बीमारी है। शरीर को उर्जा प्राप्त करने के लिए ग्लूकोज बहुत जरूरी है और यह हम जो खाना खाते है उससे प्राप्त होता है। जिसे कोशिकाएं शरीर को उर्जा देने के लिए इस्तेमाल करती है। ऐसे में यदि शरीर में इंसुलिन पर्याप्त मात्रा में मौजूद न हो तो कोशिकाएं अपना काम सही तरीके से नहीं कर पाती है और कोशिकाओं को ग्लूकोज नहीं मिल पाता है। जिसके कारण ग्लूकोज ब्लड में ही जमा हो जाता है, जिससे ब्लड में ग्लूकोज या शुगर का लेवल बढ़ जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदायक साबित होता है।
जामुन को खाने से पहले उसे अच्छी तरह से धो लें और खाने के बाद उसके बीज यानी गुठलियों को फेंकने की बजाय किसी साफ बर्तन में इक्ट्ठा करें, क्यों कि जामुन के बीज के फायदे बहुत सारे हैं। उसके बाद इन गुठलियों को भी अच्छी तरह से साफ कर लें और सुखने के लिए किसी साफ कपड़े पर रखकर धूप में छोड़ दीजिए।
धूप में इन्हें अच्छी तरह से सूखने में कम से कम 3-4 दिन का समय लग सकता है। उसके बाद जब गुठलियां अच्छे से सुख जाए तो उसके उपर का छिलका उतार दें और हरे वाले भाग को रख लें। सभी गुठलियों को दो हिस्सों में तोड़ दें और कुछ दिन के लिए वापस सुखने के लिए छोड़ रख दें। जब यह पूरी तरह से सूख जाए तो इसे मिक्सर में पीस लें। अब जामुन की गुठली का पाउडर तैयार हो चुका है, जिसे आप अच्छे से डब्बा में रख सकते हैं। जामुन का पाउडर खाने के फायदे और सेवन करने की विधी आपको नीचे बताए गए हैं।
क्या आप जानते हैं, जामुन का चूर्ण कब खाना चाहिए? आप जामुन की गुठली का पाउडर का उपयोग रोजाना सुबह खाली पेट कर सकते हैं। इसके लिए आप एक गिलास पानी में एक चम्मच गुठली का पाउडर मिक्स कर के सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से आपका ब्लड शुगर नियंत्रण में रहेगा। जामुन गुठली के पाउडर को बादाम के दूध या लो फैट दूध के साथ भी लिया जा सकता है। आप इसका खाने के उपर छिड़काव कर के भी सेवन कर सकते हैं।
बात जामुन के गुठली की हो या उसके रस की, दोनों ही मधुमेंह में बहुत कारगर साबित होते हैं। आइए अब जानते हैं, मधुमेह में जामुन के रस के फायदे:-
डायबिटीज के अलावा जामुन के कई और फायदे हैं। निम्नलिखित रोगों में यह फायदेमंद हो सकता है:-
आज के समय में शुगर एक आम बीमारी है। छोटे बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्गों तक सभी में यह समस्या देखने को मिल रही है। यह एक ऐसी समस्या है, जिसका इलाज आप घर पर आसानी से कर सकते हैं, आइए जानते हैं डायबिटीज से बचाव के उपाय:-
रिसर्च में पता चला है कि जामुन ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जामुल के फल के अलावा इसकी गुठली को पीसकर, जामुन गुठली चूर्ण भी बनाकर खा सकते हैं। जामुन की छाल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसलिए जो लोग भी डायबिटीज से पीड़ित है, वो जामुन के फल का सेवन आसानी से कर सकते हैं। ध्यान रहे कि, सुबह खाली पेट जामुन खाने के फायदे से ज्यादा नुकसान है, खाली पेट इसके सेवन से पेट दर्द, एसिडिटी और जलन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा आप डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए करेला, मखाना, करीपत्ता इत्यादि का सेवन कर सकते हैं।
अनहेल्दी लाइफ स्टाइल और खान-पान की आदतें डायबिटीज का प्रमुख कारण है। मधुमेह के लिए डाइट प्लान बनाना, उसे नियंत्रित करने का एक बेहतरीन विकल्प है। इसके अलावा आप डायबिटीज के लिए बेस्ट हेल्थ इन्शुरन्स प्लान्स (Best Health Insurance Plans) भी खरीद सकते हैं। जहां डायबिटीज के उपचार में होने वाले खर्चों को बीमा कंपनी कवर करती है। ऐसे में बीमा कंपनी के नेटवर्क हॉस्पिटल में आप अपना इलाज आसानी से करा सकते हैं, वो भी कैशलेश। आप केयर हेल्थ के डायबिटीज हेल्थ इंश्योरेंस प्लान (Health Insurance for Diabetes) को ले सकते हैं, जहां आपको इस बीमारी से जुड़ी सारी सुविधाएं प्रदान की जाती है।
>> जानें: डायबिटीज पेशेंट कब और क्या खाएं
डिस्क्लेमर: मधुमेह के लिए किसी नुस्खे को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। हेल्थ कवरेज के दावों की पूर्ति पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन है। कृपया ब्रोशर, सेल्स प्रोस्पेक्टस, नियम और शर्तों को अच्छे से पढ़ें।
शुगर कंट्रोल कैसे करे? जानें, डायबिटीज में क्या खाना चाहिए Care Health Insurance in Health & Wellness
Thyroid : मामूली नहीं हैं महिलाओं में थायराइड होना, जानें इसके लक्षण और घरेलू उपचार Care Health Insurance in Diseases
हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करें? देखें इसके उपाय Care Health Insurance in Diseases
प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण, कारण और इलाज क्या है Care Health Insurance in Diseases
जल्दी वजन कम करने के उपाय क्या है? Care Health Insurance in Home Remedies
पैरों में सूजन क्यों होती है? जानें, इसका घरेलू इलाज Care Health Insurance in Home Remedies
Nas Chadna : नस पर नस चढ़ने के कारण, लक्षण और बचने के उपाय Care Health Insurance in Home Remedies
अलसी के तेल के फायदे और नुकसान दोनों है, जानें कैसे Care Health Insurance in Home Remedies