आजकल की बदलती लाइफस्टाइल में बालों का झड़ना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन टेंशन तब होती है जब बाल ज्यादा झड़ने लगते हैं। बालों के झड़ने के कई अलग-अलग कारण हो सकते है, जैसे- मेडिकल ट्रीटमेंट, परिवारिक इतिहास, अनियमित खानपान, अत्यधिक तनाव, इत्यादि। आइए जानते हैं, किन बीमारियों से बाल झड़ते हैं, इसका इलाज क्या है, आदि।
बाल कई बीमारियों में झड़ते हैं, जैसे- स्कैल्प इंफेक्शन, लाइकेन प्लेनस से जुड़ी बीमारियां जिसमें स्कैल्प पर दाग पड़ जाते हैं। कुछ लुपस डिजीज जिसमें बाल हमेशा के लिए गिर जाते हैं। एलोपेशीया एरेटा बालों के झड़ने के प्रमुख कारणों में एक है।
इन सब के अलावा कई चिकित्सा स्थिती भी हैं, जो पुरूष और महिलाओं में बाल झड़ने के कारण हो सकते हैं:
एलोपेशिया एरेटा - एलोपेशिया एरेटा एक ऐसी बीमारी है, जो बालों के गीरने के प्रमुख कारणों में से एक है। इस बीमारी में बाल झड़ने कि स्थिति अलग-अलग होती है, किसी के ज्यादा बाल झड़ते हैं तो किसी के कम बाल झड़ते हैं। इसमें स्कैल्प पर गोल-गोल पैचेज जैसे गंजापन होते दिखाई देता है। इस बीमारी में हम कुछ भी निश्चित हो कर नहीं कह सकते हैं कि बाल ज्यादा गिर जाएंगे या गिर कर वापस आजाएंगे इत्यादि।
एलोपेशिया एरेटा एक ऑटोइम्यून डिजीज है, जिसमें शरीर दूसरे बैक्टीरिया या वायरस को बढ़ने से रोकने में सक्षम नहीं होते हैं।
थायराइड - आज के समय में थायराइड होना बहुत आम है, महिला हो या पुरूष दोनों को यह बीमारी हो सकती है। थायराइड बीमारी दो प्रकार की होती है, पहला हाइपोथायरायडिज्म और दूसरा हाइपरथायरायडिज्म। यह डायरेक्ट आपके बालों के हेल्थ पर असर करता है। यदि आपका थायराइड ग्लैंड सही से काम कर रहा है, तब ही बालों की समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है।
स्ट्रेस (तनाव) - आज के समय में तनाव सभी को है, लेकिन आवश्यक्ता से ज्यादा तनाव आपके लिए गंभीर समस्या पैदा कर सकता है। इसका प्रभाव न सिर्फ आपके शरीर पर पड़ता है बल्कि आप मानसिक तौर पर भी दबाव में रहते हैं। इस तनाव का असर आपके हेयर फॉलिकल पर पड़ता है और आपके बाल बिना समय झड़ने लगता है।
लाइकेन प्लेनस - इम्यून सिस्टम जब कमजोर हो जाता है तो लाइकेन प्लेनस नाम की बीमारी होती है, जो की स्किन रैशैज की तरह होती है। यह स्कैल्प में स्किन के उपर होता है, जिसमें घाव के उपर सफेद परत हो जाती है और जलन के साथ दर्द महसूस होती है और पपड़ीदार त्वचा होने के कारण बाल झड़ने लगता है।
पॉलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम - यह एक प्रकार का डिसऑडर है जिसमें महिलाओं में हार्मोनल बदलाव होते हैं। इसमें एंड्रोजेन और डिहाइड्रोटेस्टास्टेरॉन का लेवल शरीर में बढ़ जाता है और महिलाओं में बाल झड़ने का कारण बनता है।
सिफलिस - यह एक तरह से सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज है, जो बैक्टीरिया के कारण होता हैं। यह बैक्टीरिया यौन अंगों, रेक्टम या मुंह में घाव जैसा होता है। इस बीमारी के चार स्टेज होते हैं और जब यह बीमारी दूसरे स्टेज में आ जाती है तो बालों को प्रभावित करना शुरू कर देती है। ऐसे में बालों का विकास रुकने के साथ झड़ना भी शुरू हो जाता है।
इसके अलावा कुछ और बीमारियां हैं, जो बाल झड़ने का कारण हो सकते हैं:-
आमतौर पर, बालों के झड़ने का उपचार के लिए लोग घरेलू इलाज का ही ज्यादा प्रयोग करते हैं। ऐसे में वो चीजें होती हैं, जो आसानी से घर पर मिल जाए। तो आइए जानते हैं, हेयर फॉल के घरेलू इलाज निम्नलिखित है:-
आज के समय में बालों का झड़ना आम बात है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे कोई बीमारी, सर्जरी, शरीर में विटामिन्स-मिनरल्स की कमी, इत्यादि। आपके बाल बीमारियों में झड़ सकते हैं, जैसे- थायराइड, सिफलिस, सर्जरी, एलोपेशिया एरेटा, तनाव, लाइकेन प्लेनस, पीसीओएस, इत्यादि।
आप कुछ घरेलू उपचार के द्वारा बालों के टूटने की समस्या को कम कर सकते हैं, जैसे- प्याज का रस, आंवला, ग्रीन टी, एलोवेरा इत्यादि। यदि बीमारी को नजरअंदाज करते हैं या अनुपचारित छोड़ देते हैं, तो यह बीमारी गंभीर रूप ले सकती है। आप गंभीर बीमारियो के लिए हेल्थ इंश्योरेंस भी ले सकते हैं। जहां आपको कई सारी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती है। आप केयर हेल्थ के क्रिटिकल इलनेस प्लान (Critical Illness Plan) को ले सकते हैं और एक ही पॉलिसी में परिवार के सभी सदस्यों का इंश्योरेंस करा सकते हैं।
>> जाने: हेल्थ इन्शुरन्स क्या है और यह महत्वपूर्ण क्यों है?
डिस्क्लेमर: बाल से जुड़ी समस्याओं के लिए डॉक्टर से तत्काल परामर्श करें। दावों की पूर्ति पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन है। कृप्या ब्रोशर और प्रॉस्पेक्टस को ध्यान पूर्वक पढ़ें।
Published on 21 Sep 2023
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