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भारत में एग फ्रीजिंग की प्रक्रिया, आयु सीमा और लागत क्या है?

  • Published on 5 Jun, 2025

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आज के समय में आधुनिक चिकित्सा में इस्तेमाल होने वाली उन्नत तकनीक इतनी आगे बढ़ चुकी है कि महिलाओं को फैमिली प्लानिंग के प्रोसेस में बहुत बड़ी मदद मिली है। अब महिलाएं अपनी मर्जी से मां बन सकती है यानी यह प्रक्रिया उन लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद होती है, जो किसी शारीरिक परेशानी में होती है या जो करियर को छोड़ना नहीं चाहती है, वैसी महिलाओं के लिए एग फ्रीजिंग बहुत अच्छा विकल्प है। आइए जानते हैं, एग फ्रीजिंग क्या है, यह कैसे होता है, इत्यादि।

एग फ्रीजिंग क्या है?

एग फ्रीजिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जहां महिलाएं अपने अंडे को बाद में इस्तेमाल के लिए संरक्षित कर सकती है। यह महिलाओं के अंडे को सुरक्षित और संरक्षित करने के लिए उपयोग की जाने वाली एक विधी है। एग फ्रीजिंग को चिकित्सीय भाषा में ओसाइट क्रायोप्रिजर्वेशन कहा जाता है।

यह उन महिलाओं के लिए ज्यादा अच्छा होता है जो वर्तमान समय में गर्भधारण नहीं करना चाहती है या जो गर्भधारण करने की स्थिति में नहीं है। यदि कोई महिला किसी कारणवस जैसे-करियर पर ध्यान देने, भविष्य में बचत करने, इत्यादि अन्य कारणों से गर्भाधारण में देरी करना चाहती है तो उनके बाद की परेशानियों से बचने के लिए एग फ्रीजिंग एक अच्छा विकल्प है।

1986 में पहली बार फ्रीज किए गए अंडे से मानव का जन्म हुआ था। कोई भी महिला जिसकी उम्र 20 से 30-32 के करीब है, उसके अंडाशय में ज्यादा संख्या में हेल्दी अंडो के बनने की संभावना होती है। उसके बाद जैसे जैसे महिला की आयु बढ़ती जाती है, महिलाओं में अंडे की मात्रा और गुणवत्ता दोनों कम होने लगती है।

एग फ्रीजिंग कैसे होती है?

जब कोई महिला एग फ्रीजिंग कराना चाहती है तो सबसे पहले डॉकटर महिला का एचआईवी और हेपेटाइटिस जैसी संक्रामक बीमारियों के लिए टेस्ट करता है। इस टेस्ट का ऐसा कोई मतलब नहीं होता है कि, आप एग फ्रीज कराने योग्य है या नहीं, बल्कि टेस्ट करने का मकसद यह तय करना होता है कि अन्य एग सैंपल को खराब होने से बचाया जा सके और आपके एग सैंपल को अलग से स्टोर किया जाए।

अंडे को फ्रीज करने से पहले, महिला से एग को प्राप्त करने के लिए, महिला को 10 से 12 दिनों के लिए हार्मोनल उत्तेजना की दवा दी जाती है। जिसकी वजह से कई अंडे परिपक्व होने के लिए तैयार हो जाते हैं। यह दवा एक छोटी सुई वाले पेन जैसे डिवाइस से खुद को दी जाती है, जो कि शुरुआती दौर में आपको सिखाया जाता है।

उत्तेजना की दवा से महिला अपनी योनी क्षेत्र में थोड़ा सूजन महसूस कर सकती है लेकिन कोई बड़े साइड इफेक्ट्स नहीं है और वो सामान्य गतिविधियों वाले पूरा काम कर सकती है। इसके बाद अल्ट्रासाउंड की सहायता से योनी में डाले गए डिवाइस का इस्तेमाल करके अंडाशय से अंडे को इक्ट्ठा किए जाते हैं। यह प्रोसेस जेनरल एनेस्थेटिक या सेडेशन देकर किया जाता है। इसके 1 घंटे के बाद आप घर जा सकती हैं।

महिलाओं को किसी उम्र तक एक फ्रीजिंग कराना अच्छा होता है?

कई स्टडी में पाया गया जो महिलाएं 35 साल की उम्र से पहले अपने अंडे को फ्रीज कराती है उनके अंडे से सफल गर्भाधारण की संभावना ज्यादा होती है। ऐसा होने का मुख्य कारण है कि कम उम्र की महिलाओं में अंडो की संख्या और गुणवत्ता अच्छी होती है, जिसके कारण आगे भविष्य में गर्भवती होने की संभावना आसान हो जाती है। ऐसा बताने का मकसद यह बिल्कुल नहीं है कि, 35 साल से ज्यादा उम्र की महिलाएं अंड फ्रीज नहीं करा सकती है या गर्भधारण नहीं कर सकती है। जीवनशैली में बदलाव और स्वास्थ्य आहार आपके गर्भाधारण की योगना को आसान बना सकते हैं।

एग फ्रीजिंग के फायदे क्या है?

एग फ्रीजिंग तकनीक आपको अपने मन मुताबित समय पर मां बनने का विकल्प प्रदान करता है। क्योंकि जब आप एक समय के बाद गर्भधारण करने के लिए तैयार होते हैं, तो ज्यादा उम्र होने के बावजूद भी आपके पास हाई क्वालिटी वाले एग्स मौजूद होते हैं और बढ़ते उम्र के कारण होने वाली प्रजनन समस्याओं से आप बच सकते हैं। एग फ्रीजिंग के फायदे निम्नलिखित है:-

  • जब महिलाएं बच्चे पैदा करने के लिए तैयार नहीं होती है तो ऐसे में एग फ्रीजिंग उसकी प्रजनन क्षमता को संरक्षित करने में मदद करता है।
  • एग फ्रीजिंग उन महिलाओं के लिए भी फायदेमंद है, जो कैंसर जैसी अन्य गंभीर स्थितियों का सामना कर रही हैं और उनका प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकता है।
  • एग फ्रीजिंग उन महिलाओं के लिए भी फायदेमंद है जो बच्चे पैदा करने के लिए एक सही समय का इंतजार कर रही हैं, जैसे शिक्षा या करियर पर फोकस करने के बाद फैमिली प्लानिंग करना चाहती हैं।
  • एग फ्रीजिंग वैसी महिलाओं के लिए फायदेमंद है जो बच्चे की इच्छा नहीं रखते हैं लेकिन भविष्य में बच्चा पैदा करने के विकल्प को खुला रखना चाहते हैं।

>>यह भी पढ़ें - आईवीएफ (IVF) इलाज कैसे और कब होता है? जानें कितना खर्च आता है

एग फ्रीजिंग की लागत कितनी होती है?

किसी भी महिला के लिए एग फ्रीजिंग कराना उसके जीवन का एक महत्वपूर्ण निर्णय होता है। इस निर्णय को लेने से पहले इस विषय पर कई बार विचार किया जाना बहुत जरूरी है। यदि आप इस निर्णय को हां करते हैं तो इसके बारे में विस्तार से जानने आपके लिए अत्यंत आवश्यक है। भारत में किसी भी महिला के एग को फ्रीज करने की लागत कई कारको पर निर्भर करता है। भारत में एग फ्रीजिंग की औसतन लागत 50,000 से लेकर 2,50,000 रु तक हो सकती है। यह निम्नलिखित कारक पर निर्भर करता है:-

  • क्लिनिक का चुनाव
  • डॉक्टर का चुनाव
  • दवाओं का खर्च
  • महिला की आयु
  • फ्रीज किया जाने वाले अंडो की संख्या
  • लैब टेस्ट की कीमत, इत्यादि।

सारांश

एग फ्रीजिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जहां महिलाएं अपने अंडे को भविष्य में इस्तेमाल के लिए रख सकती है। महिलाओं के लिए एग फ्रीज कराने का सही उम्र 20 से 30-32 साल सही होता है, जब महिलाओं के अंडे की गुणवत्ता और संख्या अच्छी रहती है। एग फ्रीजिंग में महिलाएं अपने अंडे को बाद में इस्तेमाल के लिए संरक्षित रख सकती है। एग फ्रीजिंग की प्रक्रिया 1 से 2 सप्ताह के बीच की होती है और इसकी औसतन लागत 50,000 से 2,50,000 रुपये के करीब होती है। इसके अलावा यह कई कारको पर निर्भर करता है, जैसे- हॉस्पिटल, लैब टेस्ट, आयु, डॉक्टर, इत्यादि। एग फ्रीजिंग आपको भविष्य में मां बनने की कामना को पूरा करता है।

मां बनना किसी भी महिला के लिए एक सुखद अनुभव होता है और वह सामान्य गर्भावस्था को सुरक्षित करने के लिए मैटरनीटी हेल्थ इंश्योरेंस भी ले सकती है। मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस में आपको प्रसवपूर्व जांच, प्रसव शुल्क, नवजात शिशु की देखभाल, टिकाकरण, स्वास्थ्य जांच, अस्पताल में भर्ती होने का खर्च कवर, इत्यादि और जैसे कई स्वास्थ्य सुविधाएं आपको दी जाती है। आप केयर हेल्थ के मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान को खरीद सकते हैं और जच्चा-बच्चा को सुरक्षित कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ उद्देश्यों के लिए है। सही चिकित्सीय सलाह के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। स्वास्थ्य बीमा लाभ पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने पॉलिसी दस्तावेज़ पढ़ें।

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