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Published on 8 Jun, 2020
Updated on 11 Mar, 2025
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3 min Read
Written by Care Health Insurance
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कैंसर में हमारे शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती है और नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं। जब ऐसी कोशिकाएं फेफड़ों में हो तो उसे लंग कैंसर या फेफड़ों का कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। यह कैंसर से होने वाली मौतों के प्रमुख कारणों में से एक है।
लंग कैंसर (lung cancer in Hindi) एक गंभीर बीमारी है जो किसी को भी शारीरिक और मानसिक रूप से प्रभावित कर सकती है। धूम्रपान और अन्य कारणों से कई लोग फेफड़ों के कैंसर से प्रभावित होते हैं। लंबे समय तक धुम्रपान करने से कार्सिनोजेन्स जैसे घातक रसायन या विकिरण हमारे फेफड़ों के संपर्क में आते हैं, और इससे डीएनए में बदलाव होता है, जो बाद में चल कर फेंफड़ो के कैंसर का कारण बनता है।
वैसे तो कैंसर रोगी को आशा नहीं खोनी चाहिए बल्कि हिम्मत से काम लेना चाहिए, क्योंकि आजकल लंग कैंसर ट्रीटमेंट पूरी तरह से संभव है। लेकिन यह भी ध्यान में रखना होगा कि समय रहते इसका पता लगाया जा सके। इसके लिए आप लंग कैंसर से बचने के उपाय (lung cancer treatment in Hindi) भी कर सकते हैं ताकि ज्यादा नुकसान होने से बचा जा सके। कैंसर का इलाज लंबे समय तक चलता है और इलाज में बड़े खर्चे आपकी सेविंग्स को खत्म कर सकते हैं। इसलिए, आज के समय में, कैंसर के बेहतर इलाज के लिए, आपको हमेशा एक अच्छे स्वास्थ्य बीमा के साथ तैयार रहना बहुत जरूरी है।
स्वास्थ्य सेवा में प्रगति के साथ, फेफड़ों के कैंसर के उपचार में भी काफी सुधार हुआ है। शुरुआती पहचान और उचित चिकित्सा देखभाल से व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है।
इसलिए ऐसे गंभीर बीमारियों के मामले में आइए जानते हैं कि, हेल्थ इंश्योरेंस प्लान आपके लिए कैसे फायदेमंद हो सकता है।
बीमारी कभी बताकर नहीं आती है। आज के समय में बदलते लाइफस्टाइल और खान-पान की आदतें कहीं न कहीं आपको शारीरिक रूप से नुकसान जरूर पहुंचा रही है। इसलिए हेल्थ इंश्योरेंस लेना आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। आइए जानते हैं हेल्थ इंश्योरेंस के फायदे:-
कैंसर इंश्योरेंस प्लान अस्पताल में भर्ती होने वालों के विभिन्न खर्चों को कवर करता है। इसमें कमरे का किराया, आईसीयू के खर्च, एम्बुलेंस के खर्च इत्यादि शामिल होते हैं। इस तरह की पॉलिसी डे केयर ट्रीटमेंट को भी कवर करती है जो आपके लिए मददगार साबित हो सकती है।
रोगों का समय पर पता लगाना घातक जटिलताओं को रोकता है और जीवित रहने की संभावना को बढ़ाता है। अस्पताल में भर्ती होने से पहले, ओपीडी के दौरे, मैमोग्राम और ब्लड टेस्ट जैसे जांच की आवश्यकता होती है। एक कैंसर पॉलिसी अस्पताल में भर्ती होने के बाद का खर्च
रोगी को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद भी चिकित्सा देखभाल बहुत जरूरी होता है और जारी रह सकती है। जैसे-जैसे रोगी ठीक हो रहा होता है, उसे डॉक्टर के पास जाने की आवश्यक्ता होती है और नियमित दवा और उपचार की आवश्यकता भी होती है। ये सारे खर्चे एक कैंसर पॉलिसी (Cancer Policy) के तहत कवर होते हैं।
फेफड़े का कैंसर एक सामान्य प्रकार का कैंसर है जिससे सैकड़ों लोग प्रभावित होते हैं। कैंसर की शुरुआती अवस्था से लेकर क्रिटिकल स्टेज तक कई चरण होते हैं। शुरुआती चरणों में चिकित्सा देखभाल का खर्च काफी कम होता है। लंग कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी की भी आवश्यकता हो सकती है।
कैंसर पॉलिसी खरीदते समय, आपको पॉलिसी के नियम और शर्तों को स्पष्ट रूप से पढ़ना और समझना चाहिए।
केयर हेल्थ इंश्योरेंस जैसे अग्रणी स्वास्थ्य बीमा कंपनियों का भारत के प्रमुख अस्पतालों के साथ अच्छा टाई-अप है। आप इन अस्पतालों में कैशलेस उपचार सुविधा का भी लाभ उठा सकते हैं।
सर्वश्रेष्ठ कैंसर बीमा पॉलिसी कैंसर के सभी चरणों से उत्पन्न होने वाले खर्चों को कवर करती है और परिवार के तनाव को कम करती है। पॉलिसी में टैक्स बेनिफिट और नो क्लेम बोनस मिलता है जो बहुत उपयोगी है।
धूम्रपान न सिर्फ आपको प्रभावित करता है बल्कि आपके आसपास के लोगों के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। इसलिए, फेफड़ों के कैंसर के जोखिम से बचने के लिए, आपको यह आदत छोड़ देनी चाहिए। इसके अलावा, आपको अपने हेल्थ और लाइफस्टाइल को ध्यान में रखते हुए कैंसर की पॉलिसी खरीद लेनी चाहिए। यह आपकी आर्थिक रूप से रक्षा करता है।
एक डिजीज-स्पेसिफिक इंश्योरेंस पॉलिसी चुनना बेहतर है, जो चिकित्सा की लागत और अन्य चिकित्सा खर्चों के लिए कवरेज प्रदान करती है। केयर हेल्थ इंश्योरेंस द्वारा दिया जाने वाला क्रिटिकल इलनेस प्लान (Critical Illness Insurance) कैंसर सहित कुल 32 गंभीर बीमारियों के लिए कवरेज प्रदान करता है।
>> जानिए: क्यों ज़रूरी है क्रिटिकल इलनेस इंश्योरंस
डिसक्लेमर: लंग से जुड़े किसी भी समस्या के समाधान के लिए डॉक्टर से तत्काल परामर्श करें। उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ के लिए है। कृपया पॉलिसी के नियमों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
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