HEALTH INSURANCE CRITICAL ILLNESS INSURANCE
खराब लाइफस्टाइल, बदलते खान-पान की आदतें और तनाव, आज के भागदौड़ भरी जिंदगी में बीमारियों का सबसे प्रमुख कारण है। लकवा एक ऐसी बीमारी है, जिसके बारे में पहले से लोगों को पता नहीं चलता है और अचानक से परेशानी हो जाती है। आइए जानते हैं, लकवा के लक्षण और उपाय क्या है, यह क्यों होता है, लकवा का देशी इलाज क्या है, इत्यादि।
लकवा एक वायु रोग है, जिसे पैरालिसिस, लकवा और पक्षाघात के नाम से भी जानते हैं। इसमें मांसपेशियों की कार्यविधि प्रभावित हो जाती है। इस हालत में शरीर के किसी एक भाग की मांसपेशियां काम नहीं करती है। यानी ऐसी अवस्था में लकवा से ग्रस्त व्यक्ति एक से ज्यादा मांसपेशियों को हिलाने में असमर्थ होता है। यह स्थिति तब आती है, जब मांसपेशियों और मस्तिष्क के बीच संचार सही से नहीं हो पाता है। लकवा शरीर के एक क्षेत्र में या पूरे शरीर में हो सकता है यानी शरीर के एक तरफ या दोनों तरफ हो सकता है।
लकवा कई प्रकार के होते हैं, इसे हम बीमारी से प्रभावित हिस्से के आधार पर समझ सकते हैं:-
सामान्यतौर पर लकवा के लक्षण को पहचानना बहुत आसान होता है। ऐसे में मरीज को किसी विशिष्ट भाग में महसूस होना बंद हो जाता है। कई बार अंग में पैरालिसिस होने से पहले झुनझुनी या सुन्नता जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। पैरालिसिस में शरीर का लकवा ग्रस्त हिस्सों की मांसपेशियों पर कंट्रोल खत्म हो जाता है। लकवा के दौरान आपको निम्नलिखित लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
ऐसे कई संभावित कारण है, जिनकी वजह से किसी व्यक्ति का शरीर परमानेंट या टेंपरेरी रूप से लकवा ग्रस्त हो सकता है। कई मामलों में यह रीढ की हड्डी में चोट या नुकसान के कारण होता है। इसके अलावा कई अन्य निम्नलिखित कारण है, जिनके साथ लकवा को देखा जाता है:-
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लकवा एक घातक बीमारी है, जहां लकवा से ग्रसित अंग किसी भी कार्य को करने में असमर्थ होते हैं। इसके कुछ निम्नलिखित घरेलू उपाय है, जिसे आप घर पर आसानी से कर सकते हैं:-
सारांश:- लकवा एक घातक बीमारी है, इस स्थिति में शरीर के एक हिस्से की मांसपेशियां काम करना बंद कर देती है। जब व्यक्ति के मस्तिष्क में अचानक से खून की आपूर्ती रुक जाती है या ब्लड कोशिकाएं फट जाती है और आसपास रक्तश्राव होने लगता है तो लकवा हो सकता है। लकवा शरीर के एक क्षेत्र में या पूरे शरीर में हो सकता है यानी शरीर के एक तरफ या दोनों तरफ हो सकता है। लकवा के लक्षण मांसपेशियों में कमजोरी, मुंह से लार आना, सिर दर्द, सोचने-समझने की क्षमता में कमी इत्यादि होते हैं। इसके कारण में रीढ की हड्डी में चोट या नुकसान, पोलियो, स्ट्रोक, ट्रामा इत्यादि हो सकते हैं।
दवाओं और इलाज के माध्यम से लकवा को नियंत्रित और ठीक किया जा सकता है। इसके कुछ घरेलू इलाज भी हैं, जो आपको उपरोक्त भागों में बताया गया है, जैसे- करेला, मिट्टी का लेप, तुलसी-दही का मिश्रण इत्यादि। आज के समय में बीमारियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य बीमा लेना बहुत जरूरी हो गया है। यह कभी भी आपको घोर संकट में डाल सकती है।
ऐसे में किसी भी गंभीर बीमारी के इलाज या सर्जरी के लिए, खर्चों को जुटाना मुश्किल हो जाता है। आप केयर हेल्थ इंश्योरेंस के क्रिटिकल इलनेस प्लान (Critical Illness Insurance Plans) को ले सकते हैं और हॉस्पिटल के भारी खर्चों से बच सकते हैं। ऐसे कठीन घड़ी में वीत्तिय रूप से तैयार रहने के लिए स्वास्थ्य बीमा बहुत जरूरी होता है। स्वास्थ्य बीमा आपको कई सारी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करती है।
डिस्क्लेमर: लकवा या पैरालिसिस के मामले में किसी भी तरह के लक्षण या संकेत मिलने पर डॉक्टर से तत्काल परामर्श करें। हेल्थ इंश्योरेंस के दावों की पूर्ति पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन है। प्लान फायदे और कवरेज भिन्न हो सकते हैं। कृपया नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
Published on 21 Sep 2023
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