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बदलते मौसम के साथ बीमारियों और संक्रमण का बढ़ना कोई बड़ी बात नहीं है। खासकर मानसून के समय जब बारिश और धूप दोनों क्रमशः चल रहे हों। मानसून के समय देश भर में मौसमी फ्लू के मामले लगातार बढ़ने शुरू हो जाते हैं और वायरल फीवर के मरीजों की संख्या काफी बढ़ जाती है। मानसून के समय में जगह-जगह पानी जमने से बैक्टीरिया और वायरस पनपने लगते हैं और वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
बुखार हमें यह संकेत देता है कि हमारे शरीर में कुछ परेशानी है। बुखार और भी कई कारणों से हो सकता है, जैसे- संक्रमण, थकावट, ट्यूमर, वैक्सीनेशन(टिका) इत्यादि। आपको होने वाला फीवर सिर्फ इस बात को बताता है कि आपके शरीर में कोई परेशानी है, लेकिन इस बात की पुष्टी नहीं करता है कि आखिर शरीर में मुख्य परेशानी है क्या। आइए जानते हैं, वायरल बुखार के लक्षण क्या है, वायरल बुखार कितने दिन रहता है, कैसे ठीक होता है, इत्यादि।
जब बुखार किसी वायरल संक्रमण की वजह से होता है, तो उसे वायरल बुखार कहते हैं। वायरल फीवर के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:-
बच्चे अपने शरीर के भीतरी परेशानियों को ज्यादा बता नहीं पाते हैं, ऐसे में उनके लक्षणों के आधार पर उनका इलाज किया जाता है। बच्चों में मौसमी बुखार के लक्षण निम्नलिखित है:-
वायरल फीवर के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ कारण निम्नलिखित है:-
वायरल फीवर में सर्दी-जुकाम, बदन दर्द, खांसी, सिर दर्द, हल्का बुखार और कमजोरी की समस्या हो सकती है। इससे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, जिसकी वजह से यह समस्या बहुत तेजी से बढ़ती है। यहां कुछ वायरल फीवर का घरेलू उपचार दिया हुआ हैं, जिससे आपको वायरल बुखार से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी:-
तुलसी - तुलसी एक औषधीय पौधा है, जिसकी पत्तियों में एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं, इससे वायरल बुखार को ठीक करने में मदद मिलती है। इसके लिए पहले तुलसी के पत्तियों को पानी में उबालें और फिर उसे छानने के बाद, गुनगुना होने पर पानी को पी लें।
दालचीनी - दालचीनी एक मसाला है, जो एक छोटे पेड़ की सूखी छाल होती है। इसके खाने से सर्दी-जुकाम, गले में दर्द, खांसी इत्यादि से आराम मिलता है।
अजवाइन - आजवाइन को विशप वीड्स या कैरम के रूप में भी जाना जाता है, जिसका उपयोग मसाला और औषधीय रूप में किया जाता है। आजवाइन का पानी पीने से बुखार में राहत मिलती है। इसके लिए आप आजवाइन को पानी में डाल कर उबालें और पानी को गुनगना होने के बाद पी लें।
अदरक - अदरक एक औषधीय गुणों से भरपूर मसाला है, जिसमें जिंक, फॉस्फोरस और एंटी-ऑक्सीडेंट्स जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह सर्दी-जुकाम आदि को ठीक करने में मदद करता है। इसके लिए आप अदरक का पेस्ट तैयार कर लें और उसमें थोड़ा शहद मिलाकर सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आप अदरक को पका कर भी खा सकते हैं।
क्या आप जानते हैं, वायरल फीवर कितने दिन रहता है? अधिकतर मामलों में, वायरल बुखार लगभग 3 से 4 दिनों में ठीक हो जाता है या यह एक सप्ताह भी रह सकता है। यदि आप में डेंगू जैसे लक्षण हैं तो वायरल एक सप्ताह से 10 दिन या उससे ज्यादा समय तक भी रह सकता है। हालांकि, वायरल फीवर की अवधी संक्रमित व्यक्ति के इम्यून सिस्टम और फीवर के प्रकार पर निर्भर करती है।
>>यह भी जानें - क्या है बुखार ठीक करने के घरेलू इलाज और देशी दवा
वायरल बुखार के बाद कमजोरी होना कोई बड़ी बात नहीं है। बुखार के बाद अक्सर लोगों को कमजोरी महसूस होने लगती है, इससे बचने के लिए आप निम्नलिखित फलों का सेवन कर सकते हैं:-
मानसून के दौरान और बदलते मौसम में वायरल फीवर होना कोई बड़ी बात नहीं है। यह बुखार आपको वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण हो सकता है। इसके लक्षण हैं, बदन दर्द, उल्टी, शरीर का तापमान बढ़ना, जी मिचलाना, कब्ज, सिरदर्द, ठंड लगना इत्यादि। बच्चों में भी वायरल फीवर के लक्षण लगभग एक जैसे ही, थोड़ा अलग हो सकते है, जो उपरोक्त भागों में बताया गया है।
वायरल बुखार का कारण, संक्रमित व्यक्ति से संपर्क या साथ खाने-पीने के माध्यम से हो सकता है, व्यक्ति के ड्रॉपलेट इनहेल से हो सकता है, इत्यादि। वायरल फीवर के घरेलू उपचार तुलसी, अदरक, दालचीनी, अजवाइन, इत्यादि है, जिसके खाने के तरीकों के बारे में उपरोक्त भागों में विस्तार से बताया गया है। वायरल बुखार आपको लगभग एक सप्ताह तक रह सकता है या दस दिन भी हो सकता है, यह आपके प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी निर्भर करता है।
मामला गंभीर होने पर, यह वायरल आपको कई और गंभीर बीमारियों में जकड़ सकता है। इसलिए अपना संपूर्ण इलाज और देखभाल करें। आप पहले से वित्तिय रूप से तैयार रहने के लिए अपने साथ अपने परिवार का हेल्थ इंश्योरेंस भी करा सकते हैं। आप केयर हेल्थ के फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान (Mediclaim Policy for Family) को ले सकते हैं। जहां आपको एक साथ एक ही पॉलिसी में आपके पूरे परिवार के सदस्यों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस मिल जाता है। इसके बाद किसी भी तरह की समस्या होने पर आप बीमा कंपनी के नेटवर्क हॉस्पिटल में अपना इलाज आसानी से करा सकते हैं।
डिस्क्लेमर: किसी भी तरह के नुस्खें को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। हेल्थ प्लान की सुविधाएँ, फायदे और कवरेज अलग-अलग हो सकते हैं। कृपया नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
Published on 21 Sep 2023
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