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Published on 6 Mar, 2023
Updated on 2 Dec, 2025
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5 min Read
Written by Vipul Tiwary
Reviewed by Vipul Tiwary
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बुखार होना सबसे आम स्वास्थ्य समस्या है। जब शरीर का तापमान सामान्य से अधिक हो जाता है तो बुखार कहलाता हैं। अंदरूनी बुखार क्यों होता है? बुखार एक तरह से बीमारी होने का लक्षण हैं। जब हमारा शरीर किसी संक्रमण या बीमारी से लड़ रहा होता है, तो बुखार होता है, जैसे- फ्लू, वायरल, आदि। मौसम जैसे ही बदलता है, लोग बीमार पड़ने लगते हैं, खासकर मौसम के शुरुआत और अंत में।
सामान्यतः बुखार आना सही भी है क्योंकि इस दौरान शरीर में बीमारियों के प्रति इम्युनिटी विकसित होती है। लेकिन यदि आप बुखार से परेशान हैं तो आप यह सामन्य घरेलू उपाय अपनाकर अपने शरीर को ठंडा कर सकते हैं। यदि आपका बुखार 104 डिग्री फारेनहाइट से ज्यादा है तो आपको तत्काल डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
आमतौर पर, बुखार आना सही भी है, क्योंकि इस दौरान शरीर में इम्युनिटी विकसित होती है। यह अपने आप में ही एक लक्षण का काम करता है, लेकिन यदि फिर भी आप अपने बुखार को नहीं पहचान पा रहे हैं, तो यहां से आप समझ सकते हैं। वायरल बुखार के लक्षण निम्नलिखित है:-
डॉक्टर से चेक कराने के बाद ही आप बुखार उतारने की दवा लें। बुखार उतारने के लिए पैरासिटामोल, आइबूप्रोफेन, वाल्टरेन ज्यादा प्रचलित दवाएं हैं। इसके अलावा इसिटानिमोफेन, एडविल भी बुखार के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
यहां कुछ वायरल बुखार के घरेलू नुस्खे के बारे में बताया गया है, जिसका इस्तेमाल कर आप बुखार से राहत पा सकते हैं:-
बुखार की वजह से आपके शरीर का तापमान बढ़ जाता है और शरीर से ज्यादा पसीना आता है। इसके कारण बॉडी पूरी तरह से डिहाइड्रेट हो जाती है। डिहाइड्रेशन की वजह से शरीर में कई तरह की समस्याएं हो सकती है, इसलिए ऐसे समय में जरूरी है, पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करना। आप अपने पसंदीदा जूस, सूप या नारियल पानी, इत्यादि का सेवन कर सकते हैं।
बुखार की सबसे अच्छी दवा घरेलू उपचार में ठंडे पानी की पट्टियां है। यह फीवर का घरेलू उपचार बहुत पुराना है जिसे आमतौर पर बहुत ज्यादा उपयोग किया जाता है। यदि आपको तेज बुखार है तो साफ कपड़े को गीला करें और उसे निचोड़कर, अपने शरीर के माथे पर, बगल में, हाथ-पैर इत्यादि जगहों पर पट्टी का इस्तेमाल करें। आप गीली पट्टियों का इस्तेमाल अपने गर्दन पर भी कर सकते हैं। बुखार में शरीर पर गीला कपड़ा या फिर स्पॉन्ज रखने से बुखार को तेजी से खत्म किया जा सकता है। पट्टियों को थोड़े-थोड़े देर में बदलते रहें। इससे आपका बुखार जल्दी ठीक होगा लेकिन एक बात का और ध्यान रखें कि इसके लिए बहुत ज्यादा ठंडे पानी का इस्तेमाल न करें।
क्या आपको पता है, तेज बुखार को कैसे उतारे? तेज बुखार उतारने के घरेलू उपाय में गिलोय बहुत ही पुरानी औषधी है, जिसका उपयोग कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। इसे बुखार उतारने के लिए एक आयुर्वेदिक उपचार माना जाता है। गिलोय का सेवन करने के लिए, सबसे पहले किसी बर्तन(पतीला) में एक गिलास पानी लें, फिर गिलोय कुट कर, उस पानी में डालें और अच्छे से उबालें। मतलब एक गिलास पानी को इतना उबालें की वो आधा हो जाए। उसके बाद उसे छान कर, गर्म-गर्म चाय की तरह पी पियें। आप उसके स्वाद को बढ़ाने के लिए थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं। इससे आपके बुखार को ठीक करने में मदद मिलेगी। ध्यान रखें कि, यदि बुखार फिर भी ठीक नहीं हो रहा है या बार-बार आ रहा है, तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
वैसे तो लहसुन की तासीर गर्म होती है, लेकिन यह बुखार ठीक करने में बहुत उपयोगी होता है। यह आपके शरीर के तापमान को कम करने में मदद करता है और विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालता है। लहसुन में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो बीमारी से लड़ने में मदद करते हैं। इसका सेवन करने के लिए आप, लहसुन के दो टुकड़ों को लें, उसे छोटा-छोटा काटकर एक कप पानी में अच्छे से उबालें, फिर उसे छान कर पी जाएं। दिनभर में इस क्रिया को दो बार करें। इसके अलाव, आप लहसुन के पेस्ट में जैतून का तेल मिलाकर उसे पैर के तलवों पर लगाकर रातभर के लिए छोड़ दें। ऐसा करने से आपको बुखार से आराम मिलेगा।
हड्डी बुखार के घरेलू उपाय के लिए अदरक बहुत सही नुस्खा है। यह एक अच्छा इम्युनिटी बूस्टर है, जो बुखार को ठीक करने में मदद करता है। प्राकृतिक रूप से अदरक एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल एजेंट है, जो संक्रमण से लड़ने में सहायक है। यह आपके श्वशन तंत्र में हो रहे खांसी और सर्दी की समस्याओं को भी दूर करता है। अदरक की चाय का सेवन करने से आपको बुखार से आराम मिलता है। इसके अलावा, आप नहाने के पानी में भी अदरक पाउडर का इस्तेमाल कर स्नान कर सकते है। इससे आपको बुखार में राहत मिलती है। आप अदरक का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।
अंदरूनी बुखार के घरेलू उपाय में तुलसी सर्वोत्तम है। आयुर्वेद में तुलसी का सदियों से प्रयोग होते आ रहा है। पोषक तत्वों से भरपूर यह जड़ी-बूटी ,दवाओं की तरह काम करती है। तुलसी का सेवन बुखार को तेजी से कम करता है। इसके सेवन के लिए एक कप पानी में, तुलसी की 20-25 पत्तियां लें और एक चम्मच घिसी हुई अदरक, इसको अच्छे से उबालें। जब पानी आधा हो जाए तो उसमें थोड़ा सा शहद मिलाएं और तीन दिन तक, इसका दिन में तीन बार सेवन करें।
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बुखार होना कोई बड़ी बात नहीं है। शरीर में किसी तरह की समस्या होने के कारण, शरीर के तापमान में वृद्धी होती है, और बुखार हो सकता है। बुखार होना सही भी है, इससे आपके बॉडी में इम्युनिटी विकसित होती है। बुखार अपने-आप में एक लक्षण भी है, जो शरीर में हो रही दूसरी समस्याओं की ओर संकेत करता है। बुखार को आप कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर ठीक कर सकते हैं, जैसे- अदरक, लहसुन, गिलोय, आदि।
बीमारी कभी बताकर नहीं आती है और सभी लोगों के पास बीमारी के खर्चों से निपटने के लिए हमेशा साधन उपलब्ध नहीं होता हैं। ऐसे स्थिति में आपके और आपके परिवार के लिए स्वास्थ्य बीमा(best health insurance policy) बहुत जरूरी है। यह आपको अस्पताल और बीमारी के भारी खर्चों के वित्तिय संकट से बचाता है और परिवार को आर्थिक रूप से कमजोर नहीं होने देता है।
फैमिली हेल्थ इन्शुरन्स में निवेश एक अच्छा विचार है और यह बचाव के रूप में कार्य करता है। आपको बता दें ,कि केयर हेल्थ इंश्योरेंस आपके परिवार के लिए व्यापक और सही फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान (Health Insurance for Family) प्रदान कराता है। जिसमें आपको सस्ते प्रीमियम पर अधिकतम कवरेज मिलती है। फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस में यह छोटा सा निवेश आपको बड़ी वित्तीय परेशानी से बचा सकता है।
डिस्क्लेमर: बुखार के किसी भी घरेलू नुस्खें को अपनाने से पहले अपने फैमिली डॉक्टर से परामर्श करें। फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की सुविधाएँ, लाभ और कवरेज भिन्न हो सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया ब्रोशर, सेल्स प्रोस्पेक्टस, नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
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बच्चे को बुखार आने पर बच्चे के सिर पर ठंडी पट्टी लगाएं, इससे बुखार कम हो सकता है और बच्चे को राहत मिल सकती है। डिहाइड्रेशन को रोकने के लिए बच्चे को ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ दें, इससे बच्चे को पानी की कमी महसूस नहीं होगी, जैसे- सूप, या दही इत्यादि दें। 24 घंटे से ज्यादा बुखार रहने पर डॉक्टर से परामर्श करें।
यदि आपके बच्चे को 72 घंटे से ज्यादा बुखार रहता है तो बाल रोग विशेषज्ञ को दिखाएं। इसके अलावा बच्चे के सिर पर ठंडी पट्टी लगाएं, शरीर में पानी की कमी होने से बचाएं। हल्के कपड़े पहनाएं, इत्यादि।
यदि किसी को भी तेज बुखार है तो ऐसे में आराम करें और जरूरी एहतियात बरतें। डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं के कोर्स का समयानुसार सेवन करें। सिर पर ठंडी पट्टी करें, शरीर में पानी की कमी न होने दें, इत्यादि।
बच्चे को बुखार आने पर हल्का कपड़ा पहनाएं, सिर पर पट्टी करें, पानी का ज्यादा मात्रा में सेवन करें, यह शरीर के तापमान को कम करने का काम करता है।
बुखार आने पर बच्चे को ज्यादा गतिविधि न करने दें, यह शारीरिक तापमान को और ज्यादा बढ़ा सकता है। पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करें और आराम करें। यदि बुखार ज्यादा होता है तो डॉक्टर से संपर्क करें।
फीवर के घरेलू उपचार में सिर पर ठंडी पट्टी लगाएं, भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करें, तुलसी, अदरक, लहसुन, गिलोय, इत्यादि का विधिपूर्वक सेवन करें, जो उपरोक्त लेख में अच्छे से बताया गया है।
यदि बुखार तीन दिन से ज्यादा रहता है या तापमान 104°F (40°C) से अधिक रहता है, तो डॉक्टर से परामर्श करें। साथ ही बच्चे को गुनगुने पानी से नहलाएं, अधिक मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करें, सिर पर ठंडी पट्टी दें, इत्यादि घरेलू इलाज आजमाएं।
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