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Published on 27 Sep, 2023
Updated on 15 Dec, 2025
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5 min Read
Written by Vipul Tiwary
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आज के समय में थायराइड की बीमारी तेजी से फैल रही है। इस बीमारी में वजन तो घटता ही है साथ ही हॉर्मोन भी गड़बड़ हो जाते हैं। आयुर्वेद की माने तो थाइराइड होने का कारण वात, पित्त और कफ से संबंधित है। थायराइइड ग्लैंड हमारे शरीर में पाई जाने वाली सबसे बढ़ी अंतस्रावी ग्रंथियों में से एक है। थायराइड ग्लैंड में खराबी की वजह से थाइराइड से जुड़ी समस्याएं होती है, जिसे हाइपरथायरायडिज्म और हाइपोथायरायडिज्म कहते हैं।
थायराइड गर्दन के अंदर स्थित होती है। थायराइड एक तरह का एंडोक्राइन ग्रंथि(नलिकाहीन ग्रन्तियां) है, जो हॉर्मोन का निर्माण करते हैं। यह एक आम दोष है जो पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा होता है। आइए जानते हैं, महिलाओं और पुरुष में थायराइड के लक्षण क्या है, थायराइड बीमारी के उपचार क्या है, इत्यादि।
मुख्य रूप से थायराइड दो प्रकार के होते हैं:-
हाइपरथायराइडिज्म में अत्यधिक मात्रा में थायराइड हॉर्मन बनते हैं और हाइपोथायराइडिजम में हॉर्मोन कम मात्रा में बनते हैं। थायराइड ग्रंथि टी3 और टी4 थायरॉक्सिन नामक हार्मोन का निर्माण करती है, जो की पाचन तंत्र, हार्ट रेट, सांस और बॉडी टेम्परेचर पर डायरेक्ट प्रभाव डालती है।
यह हड्डियों, मांसपेशियों, पेशियों, लैंगिक, मानसिक वृद्धि और कोल्स्ट्रॉल को भी कंट्रोल करता है। यह जब हमारे शरीर में हॉर्मोंस का संतुलन बिगड़ जाता है, तो हमारे शरीर का वजन कम या ज्यादा होने लगता है, जिसे हम लोग थायराइड की समस्या के नाम से जानते हैं।
महिलाओं में थायराइड कई कारणों से हो सकता हैं। थायराइड के कारण निम्नलिखित है:-
यदि आपको थायराइड की समस्या है तो आपके शरीर में कई तरह के लक्षण देखने को मिल सकते हैं। थायराइड के लक्षण सामान्य जीवन और अन्य चिकित्सा स्थितियों से मिलते-जुलते हैं, इसलिए इसे पहचानना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। यहां थायराइड के दोनों प्रकार के लक्षणों को विभाजित कर के बताया गया है, जिससे आपको इसकी पहचान करने में मदद मिलेगी।
हाइपरथायराइड के लक्षण क्या है?
हाइपोथायरॉइड के लक्षण क्या है?
आज के व्यस्त जीवनशैली में थायराइड होने का सबसे आम कारण है खराब लाइफस्टाइल और अव्यवस्थित खानपान, लंबे समय से स्ट्रेस, ज्यादा उम्र, आयोडीन की कमी, वायरल इंफेक्शन, आनुवंशिकता, इत्यादि है। महिलाओं में थायराइड और भी कॉमन है, जिसके कारण यह पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है। महिलाओं में इसके और भी कई कारण हो सकते हैं, जैसे- हार्मोनल असंतुलन, गर्भावस्था के बाद शारीरिक बदलाव, डिप्रेशन, इत्यादि।
थायराइड के लिए घरेलू उपचार निम्नलीखित है:-
इस बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए निम्नलिखित खान-पान होना चाहिए:-
वर्तमान समय में थायराइड कोई बड़ी बीमारी नहीं है। यह गर्दन के नीचले हिस्से में स्थित एक ग्रंथी होती है, जिसे चिकित्सा भाषा में थायराइड के नाम से जाना जाते हैं। इसका काम शरीर के कई कार्यों को नियंत्रित करना है, जैसे- आहार को ऊर्जा में परिवर्तित करना, इत्यादि। यह दो प्रकार के होते हैं, हाइपरथायराइड, हाइपोथायराइड।
क्या आप जानते हैं, थायराइड में क्या परेशानी होती है? हाइपरथायराइड के लक्षण में चिड़चिड़ापन, ज्यादा पसीना आना, हार्टबीट बढ़ना, मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द का रहना, इत्यादि। हाइपोथायराइड के लक्षण में डिप्रेशन होना, पसीना कम आना, धड़कन की गति का धीमा होना, बालों का ज्यादा झड़ना, थकान का हमेशा महसूस होना, इत्यादि। आप थायराइड को घरेलू उपचार के द्वारा ठीक कर सकते हैं, जैसे - लौकी, हरी धनिया, कोकोनट वॉटर, तुलसी, आयोडीन, इत्यादि। यदि हम डाइट के बारे में बात करें तो ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियों का सेवन करें। फाइबर और प्रोटीन का भरपूर सेवन करें।
थायराइड के बारे में इस लेख में विस्तार से बताया गया है। थायराइड एक गंभीर बीमारी है इससे बचने के लिए आप हेल्थ इंश्योरेंस (medical insurance) भी करा सकते हैं। थायराइड के कारण कई और गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो सकती है, जिसके इलाज में लोगों के लाखों रूपए खर्च हो सकते हैं।
इसलिए कई गंभीर बीमारियों के लिए आप हेल्थ इंश्योरेंस खरीद सकते हैं, जहां आपको आर्थित सहायता के कई सारी सुविधाएं भी प्रदान की जाती है। आप केयर हेल्थ के क्रिटिकल इलनेस प्लान (Critical Illness Plan) को ले सकते हैं, जहां आपको एक ही पॉलिसी में कई गंभीर बीमारियों के लिए इंश्योरेंस प्रदान किया जाता है।
>> जाने: थाइरोइड ट्रीटमेंट के लिए मेडिकल पॉलिसी के लाभ
डिसक्लेमर: मेडिकल पॉलिसी दावा मरीज की वर्तमान रिपोर्टों और नीति नियमों और शर्तों के अधीन है। उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ के लिए दी गई है। कृपया पॉलिसी के नियमों और शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
*क्लेम किया हो या न किया हो, बीमित व्यक्ति को असीमित अवधि के लिए संचयी आधार पर मूल बीमा राशि का 100% हर साल प्राप्त होगा। पॉलिसी रिन्यू के समय यदि पॉलिसीधारक इस वैकल्पिक लाभ को रिन्यू नहीं करना चाहता है, तो समाप्त हो रही पॉलिसी के तहत इन्फिनिटी बोनस बंद कर दिया जाएगा।
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थायरॉयड वाले लोगों में वेट लॉस या वेट गेन की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। हाइपोथायरायडिज्म को मोटा होने वाला थायराइड कहा जाता है। जब शरीर का वजन बढ़ता है तो थायरॉयड हार्मोन के कम होने का लक्षण होता है।
हाइपरथायरायडिज्म के कारण लोगों का वजन लगातार कम होने लगता है। जिसे सामान्य तौर पर पतले होने वाला थायराइड कहते हैं।
थायराइड की नार्मल रेंज 0.4 mU/L से 4.0 mU/L होना चाहिए। 18 साल से 50 साल के लोगों में थाइराइड लेवल 0.5 – 4.1 mU/L और 51 से 70 साल के लोगों में यह लगभग 0.5 से 4.5 mU/L होता है।
थायराइड होने पर वेट लॉस, मूड स्विंग, धड़कना बढ़ना या घटना, हाथ पैर कांपना, हमेशा थकान लगना, इत्यादि जैसी समस्याएं महसूस हो सकती है।
थायराइड को जल्दी ठीक करने के लिए बेहतर जीवनशैली को अपनाने के साथ विटामिन ए की श्रोत वाली चीजों का सेवन करें, जैसे- गाजर, हरी सब्जियां, अंडे, इत्यादि।
थायराइड के प्रकार के आधार पर परहेज अलग-अलग हो सकते हैं। किसी भी तरह के परहेज करने से पहले डॉक्टर से आवश्य सलाह लें। कैफीन, फ्राइड फूड, प्रोसेस्ड मीड, इत्यादि से परहेज करें।
ऐसे में थायराइड हार्मोन का असंतुलित होना मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द का कारण हो सकता है। गर्दन दर्द, ज्वाइंट पेन, पैर दर्द, इत्यादि जैसी दर्द की समस्याएं हो सकती है।
थायराइड में कई तरह से परेशानियां हो सकती है, जैसे- चिड़चिड़ापन, घबराहट, धड़कन बढ़ना, वेट लॉस, ज्यादा पसीना आना, इत्यादि।
थायराइड का पता करने के लिए लक्षणों का ध्यान रखें और महसूस होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
थायराइड ठीक होने का समय इसकी स्थिति, गंभीरता और इलाज पर निर्भर करता है। इसके ठीक होने में कुछ दिनों से सप्ताह और महिने भी लग सकते हैं।
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