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क्या आप या आपके घर पर किसी सदस्य के शरीर पर लाल धब्बों के कारण खुजली या परेशानी महसूस हो रही है? यदि हां, तो यह चिकन पॉक्स भी हो सकता है। ऐसा बिल्कुल नहीं है कि चिकन पॉक्स सिर्फ बचपन में होता है। काफी लोग यही समझते हैं कि, चिकन पॉक्स सिर्फ बचपन में ही होता है। आइए जानते हैं, चिकन पॉक्स क्या होता है, चिकन पॉक्स कितने दिन रहता है, इसका इलाज क्या है, इत्यादि।
चिकन पॉक्स को चेचक के नाम से भी जानते हैं, यह बीमारी दो तरह की होती है, पहली छोटी माता यानी छोटी चेचक और दूसरी बड़ी माता याना बड़ी चेचक कहलाती है। चिकन पॉक्स एक संक्रामक बीमारी है, जो वेरिसेला-जोस्टर वायरस (VZV) के कारण होता है। इस बीमारी में छाले-फफोले, खुजली, दाने और बुखार होते हैं। यह चेहर, पीठ, पेट पर सबसे पहले दिखाई देता है और फिर धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल जाता है। यदि इसे नजरअंदाज किया जाता है, तो यह गंभीर हो सकता है।
चिकन पॉक्स से बचने का एक मात्र उपाय चिकन पॉक्स वैक्सीन लेना है। यह बीमारी आपके शरीर में लगभग दो सप्ताह तक रह सकती है, इतने दिन में अधिकांश लोग ठीक हो जाते है। चिकन पॉक्स पीड़ित व्यक्ति के श्वसन बूंदो, त्वचा के दानों और घावों के डायरेक्ट संपर्क से फैलता है। एक रिसर्च में पाया गया है कि भारत में यह गर्मियों के मुकाबले सर्दियों में ज्यादा होता है।
चिकन पॉक्स के सबसे प्रमुख लक्षण शरीर पर खुजली वाले दाने होते हैं, दाने पहले लाल धब्बे से शुरू होता है, फिर बाद में इसमें तरल पदार्थ आ जाते हैं और फफोले बन जाते है। इसके लक्षण को नजरअंदाज न करें, नहीं तो यह समय के साथ गंभीर हो सकते हैं। इसके लक्षण निम्नलिखित है:-
क्या आप जानते हैं, चिकन पॉक्स कितने दिन में ठीक होता है? चिकन पॉक्स के लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के लगभग 10 दिन बाद शरीर पर दिखाई देने लगते हैं। ज्यादातर लोग लगभग 4-7 दिनों में इसके लक्षणों का अनुभव कर लेते हैं। सामान्यतौर पर स्वस्थ बच्चों में इसके लक्षण हल्के होते हैं और इसके दाने को त्वचा पर सामान्य होने में लगभग 2 से 4 सप्ताह लग सकते हैं। इसके अलावा, जो दाने खरोच के कारण फट गए हैं, उनके निशान को गायब होने में काफी दिन लग सकता है।
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छोटी माता के घरेलू उपचार करके आप इसके लक्षणों को कम कर सकते हैं:-
चिकन पॉक्स एक संक्रामक रोग है और यह एक-दूसरे में आसानी से फैल सकता है। ऐसे में किसी भी संक्रमित व्यक्ति की देखभाल करने के अलावा आप रोगी के आहार में परिवर्तन करके भी चिकन पॉक्स को जल्दी से ठीक कर सकते हैं। आइए जानते हैं, चिकन पॉक्स में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए:-
चेचक में परहेज करना संक्रमण को तेजी से ठीक करने के लिए बहुत जरूरी है। चेचक में निम्नलिखित चीजों से परहेज कर सकते हैं:-
चेचक, चिकन पॉक्स और माता सब एक ही बीमारी का नाम है। यह एक संक्रामक बीमारी है, जो वेरिसेला-जोस्टर वायरस की वजह से होती है। ऐसे में शरीर पर दाने, खुजली, छाले-फफोले, बुखार इत्यादि होते हैं। इससे बचने का एक मात्र उपाय चिकेन पॉक्स वैक्सीन है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकता है। चिकेन पॉक्स के लक्षण बुखार, सिरदर्द, भूख में कमी, डायरिया, थकान, इत्यादि है। इसे ठीक होने में लगभग 2 से 4 सप्ताह लग सकते हैं।
आप घरेलू उपचार के द्वारा भी इसके लक्षणों को कम कर सकते हैं, जैसे- नीम के पानी से स्नान, कैलामाइन लोशन का उपयोग, इत्यादि। चिकन पॉक्स में क्या करे, क्या खाएं, माता निकलने पर परहेज, इत्यादि उपरोक्त भागों में बताया गया है। यदि आप चिकन पॉक्स को नजर अंदाज करते हैं, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है और आप भारी संकट में पड़ सकते हैं। इसलिए खुद को वीत्तिय रूप से तैयार रखने के लिए आप हेल्थ इंश्योरेंस(Top health insurance plans) जरूर कराएं। यह आपको भारी अस्पताल के खर्चों से बचाने के साथ आपके इलाज को लेकर चिंता मुक्त रखता है। आप केयर हेल्थ के फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान (Health Insurance for Family) को ले सकते हैं, जहां आपको एक ही पॉलिसी में पूरे परिवार के सदस्यों को बीमा प्राप्त होता है।
डिस्क्लेमर: चिकन पॉक्स के किसी भी लक्षण का पता चलने पर डॉक्टर से तत्काल परामर्श करें। प्लान के दावों की पूर्ति पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन है।
Published on 6 May 2024
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Published on 2 May 2024
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