दिल की बीमारियां सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में मौतों का मुख्य कारण हैं। यदि किसी व्यक्ति की जीवनशैली और खानपान की आदतें खराब हैं तो दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। यदि वह अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों का सेवन करता है, या हृदय रोगों का पारिवारिक चिकित्सा इतिहास है, तो भी हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, उम्र बढ़ना, धूम्रपान, मोटापा, तनाव, मधुमेह और उच्च रक्तचाप अन्य जोखिम कारक हैं।
दिल की बीमारी एक परिवार के लिए मुख्य रूप से दीर्घकालिक उपचार और उच्च चिकित्सा खर्चों के कारण चिंता का कारण है। इसलिए ऐसे बीमारियों के लिए आपको हेल्थ इंश्योरेंस लेना बहुत जरूरी है। आप केयर हेल्थ इंश्योरेंस के 'केयर हार्ट' प्लान को खरीद सकते हैं, जो ऐसे विशिष्ट बीमारियों के लिए कवरेज प्रदान करता है। यह “हार्ट मेडिक्लेम” (Heart Mediclaim) पहले से मौजूद हृदय रोगों के लिए कवर प्रदान करके आपके खर्चों को बचाती है।
हार्ट को हेल्दी कैसे रखे, यह जानना महत्वपूर्ण है। दिल की सेहत की देखभाल हर व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी है, चाहे वह किसी भी उम्र या लिंग का हो। हालाँकि, हम जिस व्यस्त जीवनशैली में जी रहे हैं, उसका असर हमारे स्वास्थ्य पर बहुत भारी पड़ता है। उदाहरण के लिए, काम को पूरा करने के लिए भोजन छोड़ना या नींद त्यागना, इत्यादि। इसलिए, हमें अपनी जीवन शैली में कुछ स्वस्थ बदलाव लाने के लिए सचेत प्रयास करना चाहिए, आइए जानते हैं, हृदय को स्वस्थ रखने के घरेलू उपाय क्या है, हृदय को स्वस्थ कैसे रखें:-
उच्च रक्तचाप हृदय रोगों के लिए सबसे बड़ा जोखिम कारकों में से एक है। ब्लड प्रेशर की नियमित जांच, समय पर दवा, अच्छी नींद और कम सोडियम वाला आहार ब्लड प्रेशर को सामान्य स्तर पर रखने और दिल की जटिलताओं से बचने के कुछ आवश्यक तरीके हैं। तनाव अक्सर ब्लड प्रेशर बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है। दिल को स्वस्थ रखने के लिए तनाव को नियंत्रित किया जाना चाहिए।
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जिन खाद्य पदार्थों में संतृप्त वसा, चीनी और नमक अधिक मात्रा में होते हैं, उन्हें नहीं लेना चाहिए क्योंकि वे हृदय की समस्याओं के जोखिम को बढ़ाते हैं। वसायुक्त खाद्य पदार्थों से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर में वृद्धि होती है, जिससे धमनियों में (रक्त वाहिका जो ऑक्सीजन से भरपूर रक्त हृदय से शरीर की अन्य कोशिकाओं तक ले जाती है) रुकावट हो सकती है। इस स्थिति को कोरोनरी धमनी रोग कहा जाता है। जंक फूड्स के बजाय, हेल्दी स्नैक्स और संपूर्ण अनाज ताजे सब्जियों और फलों से युक्त पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए व्यायाम आवश्यक हैं। शारीरिक गतिविधि का अभाव एक व्यक्ति को हृदय रोगों के अधिक जोखिम में डाल सकता है। व्यायाम विशेष रूप से उन लोगों के लिए आवश्यक है, जिनके दिल की बीमारियों का पारिवारिक इतिहास है। अपनी उम्र को ध्यान में रखकर एक व्यायाम योजना चुनें। वरिष्ठ नागरिकों के लिए, योग और नियमित रूप से चलना उचित है। युवा लोगों के लिए, अधिक विकल्प हैं जैसे एरोबिक्स, भार प्रशिक्षण, साइकिल चलाना, तैराकी, आदि।
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अगर आप मधुमेह से पीड़ित हैं, तो आपको सावधान रहना चाहिए। मधुमेह के रोगियों में दिल की जटिलताएँ उत्पन्न हो सकती हैं क्योंकि हाई ब्लड शुगर हृदय तक पहुँचने वाली रक्त वाहिकाओं और तंत्रिकाओं को नुकसान पहुँचा सकता है। उचित दवा, समय पर जांच और स्वस्थ आहार के साथ, कोई भी मधुमेह के दुष्प्रभावों को दूर कर सकता है और हृदय रोगों की शुरुआत को रोक सकता है।
शराब के अधिक सेवन और धूम्रपान जैसी आदतें ब्लड प्रेशर को बढ़ाने के लिए जानी जाती हैं, जो हृदय को नुकसान पहुँचाते हैं। इसके अलावा, शराब का सेवन अतिरिक्त वजन बढ़ने का कारण है। इसलिए, एक व्यक्ति को इस तरह के जोखिम वाले कारकों से बचना चाहिए।
मोटापा हृदय रोगों के लिए प्रमुख जोखिम कारकों में से एक है। अस्वास्थ्यकर खाने के कारण वजन बढ़ना अन्य कारकों जैसे हाई ब्लड प्रेशर, शरीर में कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर के उच्च स्तर से भी जुड़ा हुआ है। शरीर के वजन को सही बनाए रखने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर और फाइबर युक्त आहार होना चाहिए, शारीरिक गतिविधियों में वृद्धि करना और शराब का सेवन कम करना चाहिए।
दिल को स्वस्थ रखने के तरीके जानने के अलावा आपको स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के बारे में भी जानना बहुत जरूरी है। यह आपके चिकित्सा व्यय को कवर करके वित्तीय बोझ को कम करने में मदद करती हैं। विशिष्ट योजनाएं हैं, जो डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों के उपचार के लिए बनाई गई है। इस तरह की योजनाओं का लाभ उठाने से आपको गुणवत्ता और समय पर हार्ट अटैक के लिए उपचार प्राप्त करने में मदद मिलेगी, और इस प्रकार यह दिल की बीमारियों के खतरे को कम करेगा।
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डिस्क्लेमर: हृदय रोगों के दावों की पूर्ति पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन है।
Published on 29 Nov 2023
Published on 29 Nov 2023
Published on 28 Nov 2023
Published on 28 Nov 2023
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