आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में ब्लड प्रेशर की शिकायत होना कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन इसको हल्के में लेना इस समस्या को बहुत गंभीर बना सकती है। किसी भी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर इस बात पर निर्भर करता है की उसका दिल किस गति से धड़क रहा है। हाई ब्लड प्रेशर को उच्च रक्तचाप भी कहा जाता हैं और इसे मेडिकल भाषा में हाईपरटेंशन के नाम से जाना जाता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ब्लड प्रेशर सालों तक बिना किसी लक्षण और संकेत के बढ़ते रहता है।
हाई ब्लड प्रेशर से जुड़ी कई अफवाह ऐसी हैं जिसे बहुत से लोग सही मानते हैं, जैसे- यह कोई बड़ी बीमारी नहीं है, एक बार जिसे हाई बीपी की समस्या हो जाती है वह कभी खत्म नहीं होती है या बीपी कंट्रोल होते ही दवा लेना बंद कर देना चाहिए, इत्यादि ।
इस लेख में हम हाई ब्लड प्रेशर से जुड़े अफवाहों के बारे में बात करेंगे और जानेंगे कि उसकी सच्चाई क्या है। तो आईए जानते हैं, हाई बीपी से जुड़े मिथक और तथ्य के बारे में क्योंकि किसी भी बीमारी के बारे में जानकारी ही उससे बचाव का एक मात्र तरीका है।
तथ्य: हाई ब्लड प्रेशर तब तक खतरनाक बीमारी नहीं है जब तक आप इससे बचे हुए हैं। नहीं तो, हाई बीपी के कारण हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी फेलियोर जैसे कई खतरनाक बीमारियाँ हो सकती है। इसके अलावा यह कई अन्य गंभीर बीमारियों को भी जन्म दे सकती है। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर के किसी भी लक्षण का संदेह होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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तथ्य: आज के भाग-दौड़ भरी जिंदगी में, बदलते लाइफस्टाइल के कारण पुरुष और महिला दोनों ही हाई बीपी यानी उच्च रक्तचाप से ग्रस्त हो सकते हैं। एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि, 50 साल से अधिक के पुरुषों को हाई बीपी का खतरा होता है, और 50 साल से अधिक आयु की महिलाओं में मेनोपॉज के बाद हाई बीपी का खतरा होता है। 60 साल के बाद महिलाओं और पुरुषों दोनों में हाई बीपी के खतरे की दर सामान्य होता है।
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तथ्य: यदि आपका हाई ब्लड प्रेशर वंशानुगत है यानी पूर्वजों से आपको मिला है, तो ऐसा बिल्कुल नहीं है कि आप इसे ठीक नहीं कर सकते हैं। आप अपने लाइफस्टाइल में बदलाव कर के हाई बीपी को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। एक हेल्दी लाइफस्टाइल आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से बचाता है और आपके स्वस्थ्य में सुधार करता है।
तथ्य: वैसे तो किसी भी गंभीर बीमारी का दवा तब तक बंद नहीं करना चाहिए जब तक की उसका कोर्स पूरा न हो जाए। यानी की डॉक्टर से परामर्श किए बिना और दवाई के कोर्स को अधूरा छोड़ कर, कोई दवा बंद नहीं करनी चाहिए। ऐसे मामलों में दवा लेना बंद करने के बाद बीमारी और गंभीर बन जाती है जो आपके लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकती है।
तथ्य: हाई ब्लड प्रेशर का इलाज एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपना कर किया जा सकता है। अपने डाइट का सही चुनाव कर के और जीवनशैली में बदलाव कर के, हाईपरटेंशन की समस्या को पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है। हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:-
तथ्य: हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप के लक्षणों का पता सालों तक नहीं चलता है,इसलिए ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है। यदि किसी व्यक्ति में हाई बीपी का पता लगता है तो उसके पहले के लक्षणों का कोई प्रमाण नहीं मिलता है। इसलिए डॉक्टर आपको हर 4-5 महिने में एक बार हाई ब्लड प्रेशर के लिए चेकअप कराने की सलाह देते हैं।
सारांश:- यदि हाई ब्लड प्रेशर का समय पर निदान नहीं किया जाए तो यह समस्या बहुत गंभीर बन सकती है और कई खतरनाक बीमारीयों को आमंत्रण दे सकती है। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर के लोगों को ऐसे बीमारीयों के आर्थिक हमलों से बचने के लिए तैयार रहने की जरूरत है जिसका एक मात्र तरीका है हेल्थ इंश्योरेंस।
केयर हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी, स्वास्थ्य बीमा योजनाओं की एक बहुत बड़ी श्रृंखला प्रदान करती है। उच्च रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर के लिए केयर फ्रीडम प्लान इसकी अच्छी योजनाओं में से एक है और चिकित्सा संकट के समय में यह आपको जल्दी वित्तीय बैकअप भी प्रदान करती है। तो फैसला आपको करना है, क्योंकि अच्छा स्वास्थ्य ही जीवन के सफलता की कुंजी है।
डिस्क्लेमर: प्लान की सुविधाएँ, लाभ और कवरेज भिन्न हो सकते हैं। कृपया ब्रोशर, सेल्स प्रोस्पेक्टस, नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
Published on 21 Sep 2023
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