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आज के समय में मैदा हमारे दिनचर्या का एक अहम हिस्सा बन चुका है। भारतीय घरों में मैदे से बने नास्ते का सेवन करना आम बात है। आमतौर पर नास्ते में लोगों को मैदा से बने समोसे, पराठे, कचौरी, मठरी, नान आदि का सेवन करना खूब अच्छा लगता हैं। इतना ही नहीं, इसके अलावा कुल्चा, पिज्जा, मोमोज में भी मैदे का इस्तेमाल किया जाता है। बेसक यह खाने में बहुत स्वादिष्ट लगते हैं, लेकिन जितने यह स्वादिष्ट लगते हैं, उतने ही यह जहर का काम भी करते हैं, जिसे आप धड़ल्ले से अपने जीवन में प्रयोग करते हैं। आवश्यकता से ज्यादा मैदे का सेवन आपकी सेहत को बुरी तरह प्रभावित करता है। आइए जानते हैं, मैदा खाने से शरीर में क्या नुकसान होता है (Maida khane ke nuksan)? क्या रोज मैदा खाना ठीक है? इत्यदि।
क्या आप जानते हैं,मैदा हानिकारक क्यों है? मैदा स्वाद में जितना अच्छा होता है उतना ही सेहत के लिए हानिकारक भी होता है। आज के दौर में सभी लोग किसी न किसी रूप में मैदा का सेवन कर रहे हैं। कोई पिज्जा खा रहा है तो कोई मोमोज खा रहा है, वहीं बहुत लोग मैदे से बनी पुड़ी और रोटी भी खाना पसंद करते हैं। आपको यह जानकर ताज्जुब होगा कि, मैदे से बनी कोई भी चीज खाने से आपकी सेहत को कोई भी विटामिन्स और मिनरल्स नहीं मिलते हैं, बल्की यह आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाता है। सभी जंक फूड, स्ट्रीट फूड में मैदा का प्रयोग किया जाता है। यह होटल, घर, बेकरी वाली जगहों पर काफी मात्रा में प्रयोग किया जाता है।
मैदा से बनी किसी भी चीज का सेवन हमारे शरीर को काफी ज्यादा समय तक भरा हुआ महसूस कराती है। इसका मुख्य कारण इसमें मौजूद कैलोरी की मात्रा होती है। मैदा में सिर्फ कैलोरी पाया जाता है क्योंकि आटो को बारीक पीस कर मैदा बनाया जाता है और इसमें से गुणवत्ता पूर्ण पदार्थ और चोकर निकाल लिया जाता है।
ऐसे में मैदा से बने फुड आइटम्स को खाने के बाद पचाने के लिए शरीर में मौजूद न्युट्रीयंट्स का प्रयोग होता है, जिसके कारण शरीर में विटामिन और मिनरल्स की मात्रा कम हो जाती है। इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थ शरीर के लिए हानिकारक माने जाते हैं जो आपके मोटापा को बढ़ाने के साथ कई गंभीर बीमारियों को भी आमंत्रित करते हैं।
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आटे का रिफाइंड रूप मैदा है, मैदा बनाने के लिए आटे को कई बार पीसा जाता है, जिसके कारण उसके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। मैदा खाने के नुकसान निम्नलिखित है:-
पाचन संबंधी समस्याएं - मैदा को आपकी आंत के लिए काफी नुकसानदायक माना जाता है। यदि आप मैदा का सेवन ज्यादा करते हैं, तो आपको पाचन से जुड़ी समस्या हो सकती है। मैदा में फाइबर की मात्रा नहीं पाई जाती है, इसलिए यह आसानी से पचता नहीं है। मैदा से बनी चीजों के सेवन करने से अपच, कब्ज, गैस आदि जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
पोषक तत्वों की कमी - मैदा बनाने के लिए गेहूं की बाहरी परत को हटा दिया जाता है और उसे महीन पीसा जाता है। ज्यादा पीसे जाने के कारण उसमें मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। यदि आप गेहूं के आटे के बदले मैदा का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके शरीर में विटामिन्स, मिनरल्स की कमी हो जाती है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है - मैदा में ज्यादा मात्रा में स्टार्च पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल बढनें का कारण बनता है और मोटापा हो सकता है। यदि आप अपने लाइफस्टाइल में मैदा का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो इससे बॉडी में बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लीसराइड का स्तर भी बढ़ने लगता है।
हड्डियां कमजोर होती है - मैदा में प्रोटीन की मात्रा ना के बराबर होती है और इसका ज्यादा सेवन हड्डियों को कमजोर बनाती है। प्रोटीन ना होने की वजह से यह एसिडिक बन जाता है, जो हड्डियों के कैल्शियम को सोख लेता है। यदि आप मैदा से बनी चीजें ज्यादा खाते हैं तो आपको हड्डियों से जुड़ी समस्या हो सकती है।
ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है - मैदा में ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। यदि आप मैदा से बनी चीजों का ज्यादा सेवन करते हैं तो ब्लड में ग्लूकोज जमने लगता है और यह डायबिटीज की समस्या को बढ़ा सकता है। यदि आप रोजाना अपने डाइट में मैदा से बनी चीजों का सेवन करते हैं तो आपको मधुमेह होने का खतरा होता है।
मैदा स्वाद में भले ही अच्छा लगता है लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक होता है। मैदा आपकी सेहत को खराब करता है और इससे कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। मैदा में किसी भी तरह के विटामिन या मिनरल्स नहीं पाए जाते हैं। गेहूं को कई बार महीन पीसने के बाद मैदा को बनाया जाता है और चोकर को निकाल लिाय जाता है। मैदा को चिकना बनाने के लिए इसमें कैमिकल का भी प्रयोग किया जाता है, जो नुकसानदेह होता है।
मैदा से बनी चीजों का ज्यादा सेवन करने से डायबिटीज होना, हड्डियों का कमजोर होना, पाचन संबंधी समस्या, कोलेस्ट्रॉल बढ़ना, पोषक तत्वों की कमी, इत्यादि हो सकती है। आज के समय में गंभीर बीमारियों के लिए स्वास्थ्य बीमा (buy a health insurance policy) लेना बहुत जरूरी है, यह आपको इलाज के वित्तीय संकट से बचाता है। स्वास्थ्य बीमा आपको बीमारियों के इलाज के खर्चों को कवर करता है साथ ही कई सारी स्वास्थ्य सुविधाएं भी प्रदान करता है। आप केयर हेल्थ के फैमिल हेल्थ इन्शुरन्स (Family Health Insurance) प्लान को ले सकते हैं, जहां आपके परिवार के सभी सदस्यों को एक ही पॉलिसी में कवर किया जाता है।
डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ उद्देश्यों के लिए है। सही चिकित्सीय सलाह के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। स्वास्थ्य बीमा लाभ पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने पॉलिसी दस्तावेज़ पढ़ें।
मैदा में फाइबर की मात्रा नहीं पाई जाती है और रिसर्च से पता चला है कि जब आंत के हेल्थ के लिए फाइबर बहुत जरूरी पोषक तत्व है। इससे मल त्याग नियमित रूप से होता है और आंत साफ रहता है।
मैदा और मैदा से बनी चीजों को कम खाना चाहिए। मैदा युक्त फूड जो तेल में डीप फ्राई होता है, आपके लिवर को खराब करता है। रिफाइंड या सफेद आटे (मैदा) से सतर्क रहें, यह फैटी लीवर को बढ़ावा दे सकता है। साबुत अनाज का विकल्प चुनें और स्वास्थ रहें।
मैदा का सेवन करने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। इससे आपके शरीर में जरूरी विटामिन, मिनरल्स और फाइटोकेमिकल्स की कमी होती है।
मैदा से बनी चीजों को खाने के बाद ज्यादा मात्रा में पानी का सेवन करें। दही का सेवन करें, यह आसानी से पचाने में मदद करता है।
यदि आप मैदा खाना छोड़ देंगे तो आपका स्वास्थ ठीक रहेगा, वजन कंट्रोल रहेगा, इत्यादि।
Published on 13 Dec 2024
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