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पाइल्स क्या है? जानें, खूनी बवासीर का इलाज

  • Published on 23 Jan, 2024

    Updated on 3 Jul, 2025

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बवासीर को पाइल्स या होमोरोइड भी कहा जाता है। यह एक ऐसी बीमारी है, जो आपको बहुत परेशान करती है। बवासीर में गुदा के अंदर और बाहरी भाग में और मलाशय के निचले हिस्से में सूजन हो जाती है। जिसके कारण उस स्थान पर मस्से बन जाते हैं। यह मस्से कभी अन्दर जाते हैं, तो कभी बाहर आ जाते हैं। यह समस्या लगभग 60 प्रतिशत लोगों को किसी न किसी उम्र में होती है। इसलिए पाइल्स से ग्रसित किसी भी व्यक्ति का सही समय पर इलाज बहुत जरूरी है। यदि समय रहते पाइल्स का इलाज नहीं किया जाय तो समस्या काफी बढ़ जाती है।

बवासीर, गुदा क्षेत्र में मौजूद टिश्यूज़ के बड़े, सूजन वाले गुच्छे होते हैं। वे आंतरिक या बाहरी हो सकते हैं, और उनका आकार भी अलग हो सकता है। सबसे प्रचलित प्रकार के बवासीर आंतरिक होते हैं, जो अक्सर गुदा छिद्र से 2-4 सेमी ऊपर देखे जाते हैं। गुदा के बाहर की ओर(बाहरी सीमा पर) बाहरी बवासीर विकसित हो जाते हैं।

बवासीर के प्रकार क्या हैं? (types of hemorrhoids)

बवासीर के चार प्रकार हैं, जो निम्नलिखित हैं:-

  • ग्रेड I: आमतौर पर इस प्रकार के बवासीर, गुदा की परत के अंदर देखे जाते हैं। ये बवासीर छोटे होते हैं और इनमें सूजन भी कम होती है।
  • ग्रेड II: हालांकि इस ग्रेड के बवासीर का आकार ग्रेड I बवासीर से बड़ा होता है पर वे गुदा के अंदर स्थित होते हैं। हालाँकि वे आम तौर पर खुद ही अंदर वापस आते हैं, लेकिन मल त्याग करते समय वे बाहर आ जाते हैं।
  • ग्रेड III: अक्सर इन्हें, प्रोलैप्सड बवासीर के रूप में जाना जाता है। इन घावों को गुदा के बाहर देखा जा सकता है और मलाशय से लटकते हुए महसूस किया जा सकता है। हालांकि, उन्हें आसानी से फिर से अंदर किया जा सकता है।
  • ग्रेड IV: इस ग्रेड के बवासीर, पिछले सभी ग्रेड की तुलना में अधिक होते हैं और गुदा के बाहर पाए जाते हैं। उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है और उनका इलाज तुरंत करने की जरूरत होती है।

बवासीर के क्या लक्षण हैं? (bawasir ke lakshan in hindi)

बवासीर से पीड़ित व्यक्ति को निम्नलिखित लक्षण महसूस हो सकते हैं:

  • गुदा के आस-पास एक सख्त और दर्दनाक गांठ महसूस हो सकती है। इसमें ब्लड क्लॉट्स(खून के थक्के) हो सकते हैं। खून से भरे बवासीर को थ्रोम्बोस्ड बाहरी बवासीर के रूप में जाना जाता है।
  • मल त्यागने के बाद चमकीला लाल रक्त दिखाई देता है।
  • गुदा के आसपास का क्षेत्र दर्दनाक, लाल और खुजली वाला होता है।बवासीर से पीड़ित व्यक्ति को मल त्यागने के बाद ऐसा महसूस हो सकता है जैसे उसकी आंतें अभी भी भरी हुई हैं।
  • मल त्यागने से दर्द होता है।

बवासीर बढ़ जाने पर क्या होता है?

बवासीर की बिगड़ती स्थिति में निम्न शामिल हो सकते हैं:

  • गुदा से बहुत अधिक रक्तस्राव होना
  • वायरस संक्रमण
  • पेशाब करने में असमर्थता
  • एनल फिस्टुला
  • खूनी बवासीर

बवासीर होने का क्या कारण है? (What causes piles)

विभिन्न कारकों के कारण एनल कैनाल की नसों में सूजन आ सकती है, जिससे बवासीर का निर्माण होता है। उनमें से हैं यदि:

  • उम्र के साथ एनल कैनाल(गुदा नलिका) कमजोर हो जाती है, जिससे बवासीर की संभावना बढ़ जाती है 
  • गर्भावस्था के दौरान भी बवासीर की समस्या हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान आपके पेट में बढ़ते दबाव के परिणामस्वरूप, बवासीर प्रकट हो सकते हैं। आमतौर पर, डिलीवरी के बाद इनमें सुधार हो जाता है।
  • शौचालय का उपयोग करते समय आपको बहुत ज़ोर लगाना पड़ता है, जैसे कि जब आपको पुरानी खांसी या कब्ज हो।
  • आप भारी चीजें को उठाते हैं।

बवासीर का निदान कैसे होता है? (How are hemorrhoids diagnosed)

बवासीर का पता करने के लिए आपके डॉक्टर आपकी जाँच करते हैं और आपके लक्षणों के बारे में पूछते हैं। आपके मलाशय को महसूस करने के लिए, वे धीरे से अपनी उंगली आपके गुदा में डाल सकते हैं। प्रक्रिया में दर्द से बचने के लिए, वे दस्ताने पहनेंगे और जेल का उपयोग करेंगे। यदि आवश्यक हो, तो डॉक्टर आपको किसी विशेषज्ञ से मिलने के लिए सलाह देंगे। यह निर्धारित करने के लिए कि क्या आपको एनीमिया है, ब्लड टेस्ट भी करवाया जा सकता है। आंत्र कैंसर जैसी अन्य बीमारियों से निपटने के लिए, आपका डॉक्टर आपको अधिक परीक्षण के लिए अस्पताल भेज सकता है।

खूनी बवासीर का इलाज क्या है? (piles treatment in hindi)

खूनी बवासीर का इलाज और परहेज नीचे बताए गए हैं। बवासीर के इलाज के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है। इससे होने वाली परेशानी और खुजली से राहत पाने के लिए आप निम्नलिखित तरीके अपना सकते हैं:-

  • एक ठंडा सेक का प्रयोग करें।
  • हाइड्रेटेड रहें। 
  • फाइबर का अधिक मात्रा में सेवन करें।
  • यदि आहार से पर्याप्त मात्रा में शरीर को फाइबर नहीं मिल रहा है, तो फाइबर सप्लीमेंट लें। 
  • बवासीर संबंधी क्रीम, लोशन या ऑइंटमेंट का प्रयोग करें।
  • गर्म स्नान(सिट्ज़ स्नान) लें। 
  • अपने बवासीर के कारण होने वाली असुविधा और सूजन को कम करने के लिए नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं (एनएसएआईडी) का उपयोग करें, जैसे कि इबुप्रोफेन या नेप्रोक्सन।

यदि घरेलू उपायों से राहत नहीं मिलती है और लक्षण बिगड़ जाते हैं, तो आपका डॉक्टर परेशानी को कम करने के लिए सर्जरी करवाने की सलाह दे सकता है। जब इन उपचारों से आंतरिक बवासीर का इलाज किया जाता है, तो रक्त की आपूर्ति बंद हो जाती है, जिससे बवासीर सिकुड़ जाती है और खत्म हो जाती है।

आंतरिक बवासीर का इलाज क्या है? (bavasir ka ilaaj)

आंतरिक बवासीर के इलाज निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:-

  • स्क्लेरोथेरपी
  • रबर बैंड लिगेशन 
  • इन्फ्रारेड फोटोकैग्यूलेशन

बाहरी बवासीर का इलाज क्या है? (khuni bawasir ka ilaj)

बाहरी बवासीर के इलाज निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:-

  • हेमोराहाइडेक्टोमी (बवासीर हटाना)
  • हेमोराहाइडोपेक्सी (बवासीर स्टेपलिंग)

बवासीर होने पर क्या खाना चाहिए? (what to eat in piles)

बवासीर के लिए जो आहार सही माना जाता है उसका मुख्य लक्ष्य मल त्याग के दौरान तनाव को कम करना और बवासीर से जुड़ी आगे की जटिलताओं को रोकना है। निम्नलिखित को बवासीर के लिए अच्छा भोजन माना जाता है:

  • अंकुरित अनाज
  • दही या छाछ
  • पानी
  • पत्तीदार सब्ज़ियां 
  • साबुत अनाज
  • ताज़ा फल

बवासीर में क्या नहीं खाना चाहिए? (What not to eat in piles)

खूनी बवासीर में परहेज करना बहुत जरूरी है या पाइल्स में परहेज करें क्योंकि निम्नलिखित चीजों का सेवन करने से बवासीर का खतरा बढ़ सकता है या मौजूदा बवासीर के लक्षण और खराब हो सकते हैं।

  • कैफीनयुक्त खाद्य पदार्थ, जैसे कॉफ़ी, चाय
  • शराब
  • कार्बोहाइड्रेट या वसा से भरपूर खाद्य पदार्थ
  • मांस, मछली, और अंडे
  • चटपटा खाना

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डॉक्टर के पास कब जाएँ? (When to see a doctor?)

यदि आपको मल त्याग के दौरान ब्लीडिंग होती है या घरेलू उपायों को करने के एक सप्ताह के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो डॉक्टर से जाकर मिलें। विशेष रूप से यदि मल का रंग या पदार्थ बदल जाता है, तो डॉक्टर से अवश्य मिलें। ऐसा सिर्फ बवासीर का परिणाम नहीं हो सकता है। अन्य स्थितियाँ, जैसे गुदा और कोलोरेक्टल कैंसर भी कारण हो सकते हैं।

इसलिए आज के भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लाइफस्टाइल में सुधार करना बहुत जरूरी है। लाइफस्टाइल अस्त-व्यस्त होने की वजह से कई तरह के रोगों को निमंत्रण मिलता है। डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक, हार्ट-अटैक इत्यादि, सभी कहीं न कहीं खराब जीवनशैली के परिणाम है। इसलिए वर्तमान समय में हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी(best health insurance policy) लेना सभी के लिए अत्यंत आवश्यक है। हेल्थ इंश्योरेंस आपको बीमारी के खर्चों से निपटने में सहायता करता है, साथ ही स्वास्थ्य से जुड़ी कई सारी सुविधाएं भी प्रदान करता है। आप केयर हेल्थ के फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान (Family Health Insurance Plan) को ले सकते हैं, जहां आपको एक साथ एक ही पॉलिसी में परिवार के सभी सदस्यों के लिए इंश्योरेंस प्रदान की जाती है।।

डिस्क्लेमर:पाइल्स से जुड़े किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर से परामर्श करें। हेल्थ इंश्योरेंस के दावों की पूर्ति पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन है। प्लान की सुविधाएँ, लाभ और कवरेज भिन्न हो सकते हैं। 

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