Subscribe to get weekly insights
Always stay up to date with our newest articles sent direct to your inbox
Published on 10 May, 2023
Updated on 21 Aug, 2025
162508 Views
5 min Read
Written by Care Health Insurance
favorite13Likes
स्वस्थ मस्तिष्क के लिए शरीर का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है, और स्वस्थ शरीर के लिए हृदय का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। जब हमारा हृदय सही तरह से काम नहीं कर पाता है, तब इसकी जांच करने के लिए एंजियोग्राफी की सलाह दी जा सकती है। बहुत से लोगों को पता नहीं है कि एंजियोग्राफी क्या है, यह कैसे होती है, आदि। आइए जानते हैं, एंजियोग्राफी कैसे होती है, इसमें कितना खर्च आता है, इसके साइड इफैक्ट्स क्या है, इत्यादि।
एंजियोग्राफी टेस्ट एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें हृदय, मस्तिष्क या हाथ में रक्त वाहिकाओं की स्थिति का पता करने के लिए किया जाता है। इसमें किसी भी तरह के ब्लॉकेज की पहचान की जाती है। यदि आपके सिने में दर्द, सांस लेने में परेशानी या बेचैनी हो रही है तो डॉक्टर आपको एंजियोग्राफी की सलाह देते हैं। आसान शब्दों में एंजियोग्राफी की सलाह तब दी जाती है जब किसी की आर्टरी और वीन्स में ब्लॉकेज की संभावना होती है।
एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी दोनों रक्त वाहिकाओं से जुड़ी दो अलग-अलग चिकित्सा प्रक्रिया है। एंजियोग्राफी एक डायग्नोस्टिक प्रोसेस है, जिसका उपयोग आर्टरी और नसों में ब्लॉकेज का पता लगाने के लिए किया जाता है या ब्लड वैसल्स की जांच करने के लिए किया जाती है। जबकि, एंजियोप्लास्टी का उपयोग रक्त वाहिकाओं में ब्लॉकेज इत्यादि का उपचार करने के लिए किया जाता है।
एंजिग्राफी टेस्ट में शरीर के जिस भाग की जांच करनी है, उसे एक्स-रे के द्वारा देखा जाता है। इसके लिए रक्त वाहिकाओं में एक अपारदर्शी पदार्थ इंजेक्ट किया जाता है, जिससे सब कुछ साफ-साफ दिखाई देता है। इसमें पैर के उपरी हिस्सें में या हाथ में कैथेटर नामक ट्यूब घूसाई जाती है। कैथेटर के जरिए शरीर के उस हिस्से में डाई इंजेक्ट किया जाता है, जहां हमें एक्स-रे करना होता है। जब डाई आगे की तरफ बढ़ती है तो उसका एक्स-रे ले लिया जाता है। यह एंजियोग्राफी टेस्ट बताता है कि शरीर के उस हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से हो रहा है या नहीं, कहीं कोई ब्लॉकेज तो नहीं है, इत्यादि। यह टेस्ट लगभग एक घंटे का होता है, जिसके बाद कम से कम 4-5 घंटे आराम करना चाहिए। टेस्ट की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कैथेटर को वापस निकाल लिया जाता है और उस हिस्से को बंद कर दिया जाता है।
इसे भी देखें- क्या हैं हार्ट अटैक के लक्षण और उपचार?
भारत में एंजियोग्राफी का खर्च 13,000 रुपये से लेकर 18,000 रुपये के बीच आता है। यह स्थिति की गंभीरत और स्थान के आधार पर अलग-अलग होता है। उपचार की कुल कीमत रोगी द्वारा चुने गए निदान और सुविधाओं पर भी निर्भर करता है।
क्या आप जानते हैं, एंजियोग्राफी के नुकसान क्या है? वैसे तो, एंजियोग्राफी कराने वाले ज्यादातर लोगों में जटिलताएं नहीं होती है। अन्य प्रक्रियाओं की तरह इसमें भी जटिलताओं का अपना हिस्सा होता है। हालांकि बड़े जोखिम कम होते है, कुछ संभावित जटिलताओं में शामिल है:-
आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी और बदलते लाइफस्टाइल के कारण लोग तेजी से दिल की बीमारी का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में उन्हें एंजियोग्राफी टेस्ट के बाद, यदि किसी तरह के अवरोध का पता चलता है तो एंजियोप्लास्टी सर्जरी करानी पड़ती है। लेकिन एंजियोप्लास्टी सर्जरी के बाद रोगी को कुछ खास सावधानी बरतनी चाहिए। रोगी को जल्दी और अच्छे से रिकवर होने के लिए निम्नलिखित सावधानी बरतनी चाहिए:-
एंजियोग्राफी के बाद निम्नलिखित चीजों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है:-
यदि आपको हृदय से जुड़ी कोई बीमारी है या हार्ट को हेल्दी रखना चाहते हैं, तो निम्नलिखित चीजों से दूरी बनाएं:-
एंजियोग्राफी एक ऐसी टेस्ट प्रक्रिया है, जिसमें आर्टरी और नसों में ब्लॉकेज का पता लगाया जाता है। वहीं एंजियोप्लास्टी वह तरीका है, जिसके द्वारा नसों और आर्टरी के ब्लॉकेज को हटाया जाता है। इसके साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जिससे बचने के लिए आपको उपरोक्त बताए गए सावधानियों का पालन करना चाहिए। एंजियोग्राफी कीमत बीमारी की गंभीरत, स्थान और सुविधा के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं।
स्वास्थ्य के क्षेत्रों में बढ़ती महंगाई को देखते हुए आप हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी भी ले सकते हैं। आप केयर हेल्थ इंश्योरेंस के क्रिटिकल इलनेस प्लान (Critical Illness Insurance Plan) को खरीद सकते हैं और अस्पताल के मोटे खर्चों से बच सकते हैं। ऐसे मुश्किल समय में वीत्तिय रूप से तैयार रहने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी बहुत जरूरी होता है
Also know : Health Insurance Plans
डिस्क्लेमर: एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी के मामले में किसी भी तरह की जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करें। हेल्थ कवरेज के दावों की पूर्ति पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन है। प्लान की सुविधाएँ, लाभ और कवरेज भिन्न हो सकते हैं। कृपया ब्रोशर, सेल्स प्रोस्पेक्टस, नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
शुगर कंट्रोल कैसे करे? जानें, डायबिटीज में क्या खाना चाहिए Vipul Tiwary in Health & Wellness
Thyroid : मामूली नहीं हैं महिलाओं में थायराइड होना, जानें इसके लक्षण और घरेलू उपचार Vipul Tiwary in Diseases
हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करें? देखें इसके उपाय Vipul Tiwary in Diseases
प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण, कारण और इलाज क्या है Vipul Tiwary in Diseases
The Silent Treatment: Uncovering Selective Mutism Leena Khowal in Diseases
Introducing Secure Child: A Step Towards the Family’s Financial Security Care Health Insurance in Health & Wellness
पेट के निचले हिस्से में दर्द के कारण और घरेलू इलाज Vipul Tiwary in Diseases
Eye Flu: Warning Signs, Causes & Fast Relief Remedies Nidhi Goyal in Diseases