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Published on 25 Aug, 2025
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5 min Read
Written by Vipul Tiwary
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सावधान! यदि आप भी अलग-अलग टाइम जोन में यात्रा करते हैं तो सावधान हो जाएं। क्योंकि सभी देशों का ‘टाइम जोन’ एक समान नहीं होता है, जब भारत में सुबह होती है तो दुनिया के कई देशों में सोने का वक्त भी हो जाता है। जैसे भारत, लंदन सहीत कई देशों का समय अलग-अलग होता है और ऐसे देशों में यात्रा करने से आपको जेट लैग हो सकती है।
आज हम बात करने जा रहे है एक ऐसी समस्या के बारे में जो अलग-अलग टाइम जोन में सफर करने से होती है। जी हां, हवाई यात्रा के दौरान जब हम इस टाइम जोन को पार करते हैं, तो जेट लेग एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आती है। तो कहीं आप भी जेट लेग की समस्या से तो नहीं जूझ रहें? यदि हां, तो चलीए देखते हैं, जेट लेग क्या है? यह कैसे होता है? इसके लक्षण क्या है? और इसका इलाज क्या है?
दरअसल, जेट लेग कोई फिजिकल प्रॉब्लम नहीं है। यह नए वातावरण के कारण हमारी बॉडी क्लॉक के बिगड़ जाने की वजह से होता है, यानी यह समस्या उन लोगों को होता है जो अलग-अलग टाइम जोन में तेजी से यात्रा करते हैं। इसे आसान भाषा में समझते हैं, किसी भी व्यक्ति का शरीर एक समय के अनुसार काम करता है जिसे बायलॉजिकल क्लॉक कहा जाता है। इस बायलॉजिक्ल क्लॉक के द्वारा ही हमें सोने या जागने का सिग्नल मिलता है। जैसे- हमारे यहां भारत में रात को 9-10 बजे सोने का समय होता है, और सेम टाईम कहीं और दूसरे देशों में सुबह या दोपहर भी होता है। और जेट लेग कि समस्या इसलिए होती है क्यों कि हमारा शरीर यात्रा वाली जगह के मुकाबले वर्तमान जगह के टाइम जोन के अनुकूल सेट होता है। आप जितना ज्यादा टाइम जोन को पार करते हैं जेट लेग होने की संभावना उतनी ही अधिक होती है।
एक और हैरान करने वाली बात आपको बतादें कि, जेट लैग कि समस्या तब और ज्यादा बड़ी हो जाती है जब आप पूर्व दिशा की तरफ हवाई यात्रा करते हैं। क्योंकि वैज्ञानिकों के अनुसार पूर्व दिशा में यात्रा करने पर नींद चक्र में ज्यादा बदलाव होता है लेकिन पश्चिम की तरफ यात्रा करने पर दिन का समय घटता है जो हमारे शरीर के अनुकूल होता है। जब यात्री पूर्व दिशा की ओर सफर करते हैं तो उसे पश्चिम दिशा के मुकाबले जेट लैग से उबरने में और ज्यादा समय लगता है।
असल में जेट लैग होने कि वजह से बायोलॉजिकल क्लॉक का समय घट या बढ़ जाता है, जिससे आपको कई तरह की परेशानीयां हो सकती हैं, और यह हर व्यक्ति में यह समस्याएं अलग-अलग भी हो सकती है। जेट लैग के लक्षण निम्नलिखित है:-
हवाई यात्रा जेट लैग को और खराब कर देता है, ऐसा इसलिए क्यों कि आपका शरीर आपकी मस्तिष्क से ज्यादा तेज गती से चलता है।जेट लैग के कारण निम्नलिखित है:-
जेट लैग से ग्रसित लोगों में बहुत छोटे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। आमतौर पर इसके लिए मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं पड़ती है और महसूस होने वाले लक्षण आमतौर पर कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाते हैं।
यदि आप जेट लैग के किसी लक्षण से परेशान हैं और आपको ऐसा लगता है कि आपका शरीर किसी नई जगह पर ठीक अनुकूल प्रक्रिया नहीं कर पा रहा है, तो किसी डॉक्टर से आप परामर्श कर सकते हैं। ऐसे में अगर आपको नींद से जुड़ी समस्या हो रही है या आपको और भी लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो डॉक्टर आपको स्लीप स्टडी करवाने की सलाह दे सकते हैं। डॉक्टर यह जांच आपको सोने के दौरान करते हैं ताकि यह पता कर सके कि आपके लक्षण किसी नींद से जुड़ी समस्या के कारण तो नहीं हो रहा है।
यहां हम जेट लैग से बचने के कुछ उपाय बता रहें हैं, जिसे अपना कर आप इससे बच सकते हैं:-
जेट लेग की समस्या अलग-अलग टाइमजोन में ज्यादा हवाई यात्रा करने से होता है। यह भले ही आम समस्या लगता हो, लेकिन कई बार यह आपके हेल्थ पर बड़ा असर डाल सकता है। यदि आप ज्यादा अंतरराष्ट्रीय यात्रा करते हैं, तो आपको इंटरनेशनल ट्रैवल इंश्योरेंस लेना बहुत जरूरी है। ट्रैवल इंश्योरेंस आपके सफर को सुरक्षित और तनावमुक्त बनाने का सबसे आसान तरीका है। यह न सिर्फ आपको मेडिकल कवरेज प्रदान करता है बल्कि यह आपको मानसिक शांती भी प्रदान करता है। जेट लैग में मेडिकल इंश्योरेंस के फायदे निम्नलिखित है:-
विदेश यात्रा में अचानक बीमार पड़ने या दुर्घटना होने पर इलाज का खर्च बहुत महंगा हो सकता है। यदि जेट लेग से जुड़े लक्षण जैसे डिहाइड्रेशन, तेज सिरदर्द, बल्ड प्रेशर इत्यादि की समस्या ज्यादा बढ़ जाते हैं और डॉक्टर की आवश्यकता पड़ती है, तो यात्रा बीमा इलाज का खर्च कवर करता है।
कई स्वास्थ्य बीमा कंपनीयां 24 घंटे चिकित्सा सलाह प्रदान करती है। आप विदेश यात्रा के दौरान भी मेडिकल सलाह पा सकते हैं।
यदि जेट लेग की वजह से यात्रा के दौरान कोई गंभीर समस्या हो जाए, जिसके कारण आपको अस्पताल में भर्ती होना पड़े तो ट्रेवल इंश्योरेंस में इसका कवरेज प्रदान किया जाता है।
अचानक बीमारी, दुर्घटना, परिवार में इमरजेंसी या फ्लाइट कैंसिल होने से यात्रा कैंसिल करनी पड़े, तो नुकसान की भरपाई इंश्योरेंस से मिल सकती है।
वैसे तो जेट लैग की समस्या अपने आप कुछ दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन यदि आप रेग्यूलर हवाई यात्रा करते हैं और इन समस्याओं से लगातार परेशान रहते हैं तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें। साथ ही अंतराष्ट्रिय यात्रा के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा बीमा लेना बुद्धिमतापूर्ण विचार हो सकता है। यह आपको ट्रिप कैंसलेशन से लेकर सामान चोरी होने या खो जाने तक के लिए कवरेज प्रदान करता है। चिकित्सा आपातकाल में सहायता करता है, यात्रा के दौरान दांत चिकित्सा व्यय प्रदान करता है। आप केयर हेल्थ के अंतरराष्ट्रीय यात्रा बीमा प्लान को देख सकते हैं, जहां आपको कई तरह के यात्रा से जुड़ी परेशानियों के लिए सुविधाएं प्रदान की जाती है। यात्रा बीमा प्लान खरीद कर आप अपनी यात्रा को और भी सुविधाजनक और परेशानी मुक्त बना सकते हैं।
>>जाने: मेडिक्लेम पॉलिसी के अंतर्गत क्या शामिल होता है और क्या नहीं
डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ उद्देश्यों के लिए है। सही चिकित्सीय सलाह के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। यात्रा बीमा लाभ पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने पॉलिसी दस्तावेज़ पढ़ें।
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